Delhi Sultanate Islamic Empire Story History Explained; Prithviraj Chauhan, Muhammad Ghori's, Qutb al-Din Aibak Era And Interesting Facts.
शुरुआत उस कहानी से, जो भारत के इतिहास का टर्निंग पॉइंट है। जब दिल्ली की गद्दी पर पहली बार मुस्लिमों ने कब्जा किया...जाने-माने इतिहासकार सतीश चंद्र अपनी किताब ‘मध्यकालीन भारत’ में लिखते हैं कि चौहानों ने दिल्ली को 1151 ईस्वी में तोमरों से छीना था। चौहान वंश के सबसे चर्चित राजा पृथ्वीराज चौहान तृतीय ने 1177 ईस्वी में सिंहासन संभाला और अपने राज्य के विस्तार में जुट गए।
तराइन की लड़ाई के बाद मोहम्मद गोरी कुतुबुद्दीन ऐबक जैसे सरदारों के हवाले दिल्ली छोड़कर अफगानिस्तान स्थित गोर लौट गया। इस तरह दिल्ली की गद्दी पर पहली बार मुस्लिमों शासन शुरू हुआ, जो करीब 500 साल तक जारी रहा। गयासुद्दीन तुगलक 1320 ईस्वी में गद्दी पर बैठा तो उसने कुतुब शहर से पांच किलाेमीटर दूर तुगलकाबाद बनाना शुरू किया। महल की ईंटों पर सोने की परत चढ़ी थी। एक हौज बनवाई थी, जिसमें सोना पिघलवा कर रखा था। उसके बेटे मोहम्मद बिन तुगलक ने 1330 में सोने–चांदी के सिक्कों के बराबर पीतल और तांबे के सिक्के जारी करवाए थे।
मीनार को लाने के लिए विशेष वाहन बनाया गया, जो इतना वजन सह सके। हजारों लोगों को इस वाहन को खींचने में लगाया गया। इन्हें खींचते हुए यमुना किनारे लाया गया। एक विशेष नाव बनाई गई जाे वजन से डूबे नहीं। ये नावें इतनी बड़ी थीं कि इन्हें चलाने के लिए दो हजार लोग लगे थे। गिरावट के बावजूद अब भी काबुल से लेकर बंगाल तक मुगल शहंशाह का सिक्का चलता था। राजधानी दिल्ली उस समय दुनिया का सबसे बड़ा और अमीर शहर था, जिसकी आबादी लंदन और पेरिस से भी ज्यादा थी।
शाम होते-होते पहाड़गंज में अनाज व्यापारियों और फारसी सैनिकों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। ये खबर फैल गई कि नादिर शाह मारा गया है। जल्दी ही दंगा भड़क गया। जनता ने कई फारसियों को मार दिया। दरियागंज इलाके में जब नादिर शाह गया तो उस पर गोली चलाई गई। वो बच गया, लेकिन उसका खास वजीर मर गया। इससे नाराज होकर उसने दिल्ली में कत्लेआम का आदेश दिया।
Prithviraj Chauhan Muslim Taimur And Nadirshah Akbar Delhi Election Delhi History Muhammad Ghori Prithviraj Chauhan Delhi Sultanate
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
प्याज की महंगाई ने बीजेपी को दिल्ली से कैसे दूर रखा?यह खबर दिल्ली की कहानी की चौथी कड़ी है, जहाँ बताया गया है कि 1998 में प्याज की महंगाई और जमाखोरी ने बीजेपी को दिल्ली में सत्ता हासिल करने से रोक दिया।
और पढो »
नई दिल्ली विधानसभा सीट का इतिहासनई दिल्ली विधानसभा सीट का इतिहास और यहां से खड़े होने वाले नेताओं को समझें। यह दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से सबसे महत्वपूर्ण सीटों में से एक है।
और पढो »
केजरीवाल की बड़ी घोषणा: दिल्ली में बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाजअरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बुजुर्गों के लिए 'संजीवनी योजना' की घोषणा की। 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को दिल्ली में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में फ्री इलाज मिलेगा।
और पढो »
बेटे की मौत के गम में महिला ने क्लब की छत से कूदकर की आत्महत्यादक्षिण-पश्चिमी दिल्ली में एक महिला ने बेटे के गम में क्लब की छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। घटना से क्लब की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं।
और पढो »
विजय हजारे ट्रॉफी: महाराष्ट्र, झारखंड और मुंबई की जीतमहाराष्ट्र ने गायकवाड़ की शतकीय पारी और उत्कर्ष सिंह की ऑलराउंड प्रदर्शन से विजय हजारे ट्रॉफी में जीत दर्ज की। मुंबई ने हैदराबाद को हराया और दिल्ली ने मध्यप्रदेश को मात दी।
और पढो »
धनिया की खेती से किसान ने बदल दिया जीवनएक किसान ने धनिया की खेती से अपनी परेशानियों को दूर किया और जीवन बदल दिया.
और पढो »