प्रयागराज में महाकुंभ शुरू होने के साथ संगम तट पर कल्पवासियों का आगमन शुरू हो गया है। देश-दुनिया भर से लाखों कल्पवासी अपनी गृहस्थी लेकर आ रहे हैं। मेला प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप दे रहा है, जबकि गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर महाकुंभ में अमृतमयी पुण्य की डुबकी के लिए साधु-संतों का भी आगमन शुरू हो गया है।
प्रयागराज में संगम तट पर विश्व की सबसे बड़ी तंबुओं की नगरी आकार ले चुकी है। हफ्ते भर बाद पौष पूर्णिमा की प्रथम डुबकी के साथ मास पर्यंत जप, तप, ध्यान का मेला आरंभ हो जाएगा। इसके लिए देश-दुनिया भर से कल्पवासी और नेमी गृहस्थी लेकर आने लगे हैं। रविवार को बांस, लकड़ी, पुआल के बीच गृहस्थी लादकर बड़ी संख्या में कल्पवासी शिविरों में पहुंच गए। कल्पवासियों का कारवां चलने से पांटून पुलों पर लंबी कतारें लगने लगी हैं। गंगा , यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर 12 वर्ष बाद दुर्लभ संयोग में लग रहे महाकुंभ में
अमृतमयी पुण्य की डुबकी के लिए देश भर से साधु- संतों और कल्पवासियों के आने का क्रम शुरू हो गया है। यहां 13 जनवरी यानी पौष पूर्णिमा पर्व से महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। प्रथम डुबकी के लिए जहां मेला प्रशासन तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है, वहीं कल्पवासी रेती पर अपनी गृहस्थी सजाने के लिए आतुर हैं। गंगा- यमुना के किनारे के स्नान घाटों से लेकर संगम की सर्कुलेटिंग एरिया में पुआल बिछाने का काम तेज कर दिया गया है ताकि रेत पर कीचड़ न फैलने पाए और स्नानार्थियों को ठंड से बचाया जा सके। इसी के साथ सभी 25 सेक्टरों में पांटून पुलों के प्रवेश और वापसी मार्गों के अलावा तिराहों, चौराहों पर पुलिस व पैरामिलिट्री के जवानों को तैनात कर दिया गया है। इस ठंड में श्रद्धालुओं की सेहत का ख्याल रखने के लिए बड़ी संख्या में चिकित्सक और पैरा-मेडिकल स्टाफ की भी तैनाती कर दी गई है। मेला प्रशासन की ओर से इस बार पौष पूर्णिमा पर करीब तीन करोड़ से अधिक संतों, भक्तों, कल्पवासियों और अतिथियों का रेला उमड़ने का अनुमान है। सेंट्रल अस्पताल के अलावा हर सेक्टर में 20-20 बेड के अस्पताल बनाए गए हैं। महाकुंभ में आने वाले कल्पवासियों, श्रद्धालुओं के अलावा बसावट के काम में लगे मजदूरों और उनके परिवारीजनों का इलाज भी शुरू हो गया है। प्रमुख स्नान पर्व 13 जनवरी पौष पूर्णिमा 14 जनवरी मकर संक्रांति शाही स्नान 29 जनवरी मौनी अमावस्या- शाही स्नान 02 फरवरी वसंत पंचमी - शाही स्नान 12 फरवरी माघी पूर्णिमा 26 फरवरी महाशिवरात्र
महाकुंभ प्रयागराज कल्पवासी संगम तट पौष पूर्णिमा गंगा यमुना अदृश्य सरस्वती शाही स्नान
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
श्री शंभू पंचदशनाम अटल अखाड़ा ने महाकुंभ में किया छावनी प्रवेशश्री शंभू पंचदशनाम अटल अखाड़ा ने प्रयागराज के संगम तट पर आयोजित महाकुंभ में छावनी प्रवेश किया। इस मौके पर नागा संन्यासियों की फौज ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
और पढो »
कौन हैं यूपी के छोटे शहर की आईएएस आकांक्षा राना, महाकुंभ मेले में पीएम मोदी को 1-1 बारीकी बताईIAS Akanksha Rana: पीएम मोदी प्रयागराज महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा लेने संगम नगरी पहुंचे तो योगी की तेज तर्रार महिला अफसर ने एक-एक जानकारी देते दिखीं.
और पढो »
प्रयागराज में पीएम मोदी ने की महाकुंभ के लिए पूजा, संगम तट पर हुआ कार्यक्रमप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शुभारंभ किया. पीएम मोदी ने संगम पर पूजा और दर्शन किए और बाद में अक्षय वट वृक्ष की भी पूजा की. उसके बाद हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन और पूजा की.
और पढो »
प्रयागराज में द्वादश माधव परिक्रमा की पुनर्जागरणप्रयागराज में महाकुंभ की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं। इस पवित्र नगरी में द्वादश माधव परिक्रमा की परंपरा को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है।
और पढो »
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु करेंगे महाकुंभ का उद्घाटनमहाकुंभ में भारतीय संविधान आधारित संविधान गैलरी का उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 10 जनवरी को करेंगे। वो संगम नगरी पहुंचकर गंगा पूजन और महाकुंभ का औपचारिक शुभारंभ करेंगे।
और पढो »
प्रयागराज महाकुंभ: संगम का आकर्षण बढ़ रहा हैमहाकुंभ के चलते प्रयागराज संगम सुंदर और आकर्षक बन गया है. श्रद्धालुओं का आगमन लगातार बढ़ रहा है.
और पढो »