प्रयागराज में कुंभ मेले के साथ इतिहासिक स्थलों का भ्रमण

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प्रयागराज में कुंभ मेले के साथ इतिहासिक स्थलों का भ्रमण
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2025 में होने वाले महाकुंभ मेले में करोड़ों श्रद्धालु शामिल होने की उम्मीद है। प्रयागराज में कुंभ स्नान के अलावा कई ऐतिहासिक स्थल हैं जिन्हें देखना जरूरी है।

Mahakumbh 2025 : 'कुंभ' स्नान और मेला 13 जनवरी से शुरू हो जाएगा. प्रशासन की तरफ से मेले की तैयारियों को अंतिम चरण दिया जा रहा है. आपको बता दें कि इस बार 'महाकुंभ' है जिसका मुहूर्त 144 साल बाद आता है. ऐसे में साल 2025 में लगने वाले कुंभ मेले में लगभग 40 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है.

बताया जाता है कि यह जगह राजकुमार खुसरो का आरामगाह हुआ करता था. यहां पर आपको आने के बाद बहुत ही सुकून मिलने वाला है क्योंकि यहां की प्राकृतिक सुंदरता आपको मानसिक शांति प्रदान करेगी. भारद्वाज आश्रमआपको बता दें कि इस आश्रम को लेकर कहा जाता है कि वनवास के दौरान मर्यादा पुरुषोत्तम राम, देवी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ यहां पर ठहरे थे. यहां पर भरत और सीता कुंड भी आपको देखने को मिलेगा. ऐसी मान्यता है कि यहां पर त्रेतायुग में भगवान राम ने भरतकुंड के पास यज्ञ किया था.

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