जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने और शिक्षा व्यवस्था में धांधली की जांच जैसे मुद्दों पर अनशन चलाने के कारण सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें पुलिस-प्रशासन ने 16 घंटे तक विभिन्न स्थानों पर घुमाया। प्रशांत किशोर ने बेल बांड पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर जेल गयी।
जागरण टीम, पटना। जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशाेर, उनके समर्थकों और बीपीएससी अभ्यर्थी के लिए सोमवार के 16 घंटे शह-मात से भरा रहा। सुबह पुलिस-प्रशासन तो दोपहर और उसके बाद कोर्ट परिसर में ऊहापोह की स्थिति बनी रही। बेल बांड पर हस्ताक्षर नहीं करने के कारण पुलिस शाम में उन्हें बेउर जेल लेकर गई। वहां से कुछ ही देर बाद बेउर थाने लेकर चली गई। प्रशांत किशोर के अधिवक्ता शिवानंद गिरी ने बताया कि प्रशांत किशाेर की आपत्ति के बाद शाम में बेल बांड के कंडिशन में संशोधन किया गया। जिसके बाद प्रशांत
किशोर ने बांड पर हस्ताक्षर किया। इसके बाद उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। प्रशांत किशोर ने कहा कि सीडीजीएम ने मुझे तत्काल बेल दी थी, लेकिन जमानत की शर्त रखा गया कि आप फिर से ये सब नही करेंगे। यह कैसे संभव है। लोकतंत्र में विरोध तो मौलिक अधिकार है। इसलिए मैंने उस बेल बांड पर अपनी सहमति देने से इन्कार कर दिया। जेल जाना इसलिए स्वीकार किया, क्योंकि यह एक मौलिक लड़ाई है। बिहार में महिलाओं और युवाओं पर लाठी चलाना जायज है और उसके खिलाफ आवाज उठाना जुर्म है, तो हम जेल जाने के लिए तैयार हैं। अनशन जारी रहेगा। अल-सुबह 4:00 बजे गांधी मैदान पहुंची दलबल के साथ पुलिस-प्रशासन बीपीएससी एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा रद करने सहित शिक्षा व परीक्षा व्यवस्था में धांधली की जांच आदि मुद्दों को लेकर दो दिसंबर से आमरन अनशन कर रहे प्रशांत किशोर को सुबह 4:00 बजे पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची। इसके बाद पांच घंटे तक एंबुलेंस में पुलिस-प्रशासन उन्हें घुमाता रहा। प्रशांत किशोर ने बताया कि सबसे पहले पुलिस एम्स पटना लेकर पहुंची। एम्स प्रशासन ने भर्ती से इन्कार कर दिया। इसके बाद विभिन्न स्थानाें पर घुमाते हुए फतुआ स्थित सामुदायिक अस्पताल ले गई। प्रशासन के लोग डॉक्टरों से मेरा परीक्षण कराकर एक सर्टिफिकेट लेना चाहते थे। मैंने उसकी इजाजत नहीं दी, क्योंकि मैं कोई गलत काम नहीं किया, जिस कारण से डाक्टर ने सार्टिफिकेट नहीं दिया। उन्होंने किसी गैरकानूनी काम में साथ नहीं दिया। इसके बाद पुलिस ने मेरा एक वीडियो रिकार्डिंग करवाया, जिसमें पूछा गया मैं परीक्षण क्यों नहीं करवा रहा हूं। इसके बाद पुलिस पीरबहोर स्थित कोर्ट परिसर पहुंची। प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी निंदनीय : माले दूसरी ओर, भाकपा माले के राज्य सचि
प्रशांत किशोर जन सुराज पार्टी बीपीएससी अनशन गिरफ्तारी जेल लोकतंत्र विरोध शिक्षा धांधली
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
प्रशांत किशोर के अनशन पर प्रशासन की कार्रवाईपटना में प्रशांत किशोर का अनशन जारी है, लेकिन प्रशासन हाई कोर्ट के फैसले के आधार पर कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है.
और पढो »
प्रशांत किशोर गिरफ्तारी पर राजनीतिक आक्रोशजन सुराज पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी के बाद बिहार में राजनीतिक आक्रोश व्याप्त है। एआईएमआईएम ने प्रशांत किशोर का समर्थन किया है और बिहार सरकार पर निशाना साधा है।
और पढो »
प्रशांत किशोर गिरफ्तारी: बिहार में राजनीतिक तनाव तेजजन सुराज पार्टी संस्थापक प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी ने बिहार में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है। एआईएमआईएम ने प्रशांत किशोर का समर्थन करते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
और पढो »
प्रशांत किशोर पर पुलिस ने हिरासत रखीप्रशांत किशोर को बीपीएससी अभ्यर्थियों की मांग को लेकर अनशन पर था
और पढो »
प्रशांत किशोर का अनशन जारी, बिहार के मुख्यमंत्री से छात्रों की बातचीत की मांगबिहार के पटना के गांधी मैदान में अनशन कर रहे प्रशांत किशोर आर-पार के मूड में आ गए हैं। उन्होंने धरना वापस लेने से साफ इंकार कर दिया है। उन्होंने मीडिया के सामने बयान देते हुए कहा कि मैं किसी भी हालत में विरोध वापस नहीं लूंगा। उन्होंने कहा कि मैं एक ही शर्त पर मानूंगा जब बिहार के मुख्यमंत्री छात्र से मिलेंगे और उनकी शिकायत सुनेंगे।
और पढो »
प्रशांत किशोर के आमरण अनशन पर तेजस्वी यादव का आरोपप्रशांत किशोर बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में गांधी मैदान में अनशन कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं।
और पढो »