फिर राजनीति का अखाड़ा बना मप्र का पत्रकारिता विश्वविद्यालय, कुलपति का इस्‍तीफा

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फिर राजनीति का अखाड़ा बना मप्र का पत्रकारिता विश्वविद्यालय, कुलपति का इस्‍तीफा
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फिर राजनीति का अखाड़ा बना मप्र का पत्रकारिता विश्वविद्यालय, कुलपति का इस्‍तीफा MadhyaPradesh MCU MakhanlalChaturvediNationalUniversityOfJournalism

- साल 1990 में पत्रकारिता विवि की स्थापना के साथ ही तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा ने राधेश्याम शर्मा को विवि का महानिदेशक बनाया।

- साल 1996 में छात्रों ने आंदोलन किया तो चतुर्वेदी को हटाकर तत्कालीन आईएएस अधिकारी भागीरथ प्रसाद को महानिदेशक का प्रभार दिया गया। - साल 2003 में मुख्यमंत्री उमा भारती बनी तो रिटायर्ड चीफ सेक्रेट्री एससी बेहार ने इस्तीफा दे दिया। कुछ दिनों तक इसका प्रभार तत्कालीन आईएएस अधिकारी सुमित बोस के पास रहा।

- साल 2010 में मिश्रा ने अपना कार्यकाल पूरा किया फिर प्रोफेसर बीके कुठियाला कुलपति बने। उनकी नियुक्ति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। - साल 2018 में ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने को कुलपति नियुक्त किया। अब जब तक नियमित कुलपति की नियुक्ति नहीं होती है नरहरि ही विश्वविद्यालय के कुलपति का कार्यभार संभालते रहेंगे। इसी तरह रजिस्ट्रार दीपेंद्र बघेल को हटाकर प्रोफेसर संजय द्विवेदी को रजिस्ट्रार बनाया गया है। इसके अलावा रैक्टर पूर्व आईएएस अधिकारी रमेश चंद्र भंडारी ने भी इस्तीफा दे दिया है। इसी तरह एडजंक्ट प्रोफेसर विष्णु राजगढ़िया और अरुण त्रिपाठी की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं। - कांग्रेस सरकार बनने के साथ ही पूर्व कुलपति बीके कुठियाला समेत 19 प्रोफेसरों के खिलाफ ईओडब्ल्यू ने फर्जीवाड़े का मामला दर्ज...

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