बरेली: बहुजन समाज पार्टी ने मंडल में बड़ा बदलाव किया है। चारों जिलों के जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं। वरिष्ठता के क्रम में मंडल प्रभारी बनाकर जिलावार जिम्मेदारी सौंपी गई है।
बरेली, जागरण संवाददाता। सत्ता में वापसी के लिए छटपटा रही बहुजन समाज पार्टी ने मंडल में बड़ा बदलाव किया है। चारों जिलों के जिलाध्यक्ष बदल दिए गए हैं। वरिष्ठता के क्रम में मंडल प्रभारी बनाकर जिलावार जिम्मेदारी सौंपी गई है। आपस में समन्वय बनाकर संगठन को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं। बरेली में डॉक्टर जयपाल सिंह, बदायूं में रक्षपाल निमेष, पीलीभीत में एलपी सागर और शाहजहांपुर में जदुवीर गौतम को नया जिलाध्यक्ष बनाया गया है। मडल प्रभारियों की टीम ए में शामिल हेमेंद्र गौतम को बदायूं का जिम्मा दिया
गया है। बरेली के राजीव कुमार और रामदास कश्यप को बरेली जनपद की जिम्मेदारी दी गई है। इनके साथ गाजियाबाद के विजय सिंह, बरेली के रजवीर सिंह, बदायूं के रवि मौर्या को भी टीम में शामिल किया गया है। ये है टीम बी टीम बी में शामिल मंडल अध्यक्ष रामसनेही गौतम को पीलीभीत, उदयवीर सिंह और महेश चंद्र गौतम को शाहजहांपुर का दायित्व सौंपा गया है। इनके साथ इटावा के पूर्व एमएलसी भीमराव अम्बेडकर, बरेली के पंकज कुरील, अमरोहा के जफर मलिक को भी टीम का हिस्सा बनाया गया है। इनके अलावा बुलंदशहर के पूर्व एमएलसी धर्मवीर सिंह अशोक को बरेली मंडल में संगठन को मजबूत करने के लिए दायित्व सौंपा गया है। हर जिले में चार जिला प्रभारी बनाए गए हैं हर जिले में चार-चार जिला प्रभारी बनाए गए हैं। बरेली में नरेंद्र सागर, श्याम सिंह, जगपाल सागर, अयोध्या प्रसाद गंगवार को जिला प्रभारी का दायित्व सौंपा गया है। बदायूं में राजेश सागर, अतुल कश्यप, गुरुदयाल भारती, अभिषेक सिंह, पीलीभीत में चंद्रशेखर आजाद, देवस्वरूप आर्या, मुन्नालाल कश्यप और शाहजहांपुर में चन्द्रकेतु मौर्या, बलकरन गौतम, सनतन पाल गौतम और राजेश्वर सिंह को जिला प्रभारी बनाया गया है। कमेटियों के संगठन के प्रारूप में नहीं किया बदलाव, पार्टी मजबूत बनाने के निर्देश जिलों में विधानसभावार दो-दो प्रभारी पहले से बनाए गए थे वे बने रहेंगे। जिला, विधानसभा, सेक्टर व पोलिंग बूथ की कमेटियों के संगठन के प्रारूप में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बार-बार संगठन में हो रहे बदलाव के पीछे कारण यह माना जा रहा है कि पार्टी हाईकमान की अपेक्षाओं के अनुरूप काम नहीं हो पा रहा है। इसलिए व्यापक स्तर पर बदलाव कर संगठन को मजबूत किया जा रहा है।
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