बलकेश्वरी माता मंदिर: चित्रकूट की धार्मिक आस्था का केंद्र

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बलकेश्वरी माता मंदिर: चित्रकूट की धार्मिक आस्था का केंद्र
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उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जनपद में स्थित बलकेश्वरी माता मंदिर, अपनी 963 साल की प्राचीनता और आध्यात्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह मंदिर लोहदा गांव में स्थित है और चंदेल काल में बनाया गया था। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार, मंदिर में देवी माता के दर्शन और पूजन से आंखों की दृष्टि वापस मिलने की मान्यता है।

चित्रकूट : यूपी के चित्रकूट जनपद को धर्म नगरी के रूप में जाना जाता है. चित्रकूट अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. यहां के मठ और मंदिर अपने चमत्कार ों और मान्यताओं के लिए देशभर में लोकप्रिय हैं. इन्हीं में से एक अनोखा और प्राचीन मंदिर बलकेश्वरी माता मंदिर है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. 963 साल पुराना है मंदिर यह मंदिर चित्रकूट के पहाड़ी ब्लॉक के लोहदा गांव में स्थित है. इसका निर्माण लगभग 963 साल पहले चंदेल काल में हुआ था.

स्थानीय निवासी ने दी जानकारी वहीं, लोहदा गांव के निवासी जगदीश गौतम ने लोकल 18 को बताया कि यह मंदिर उनके बचपन से ही अद्भुत चमत्कारों के लिए जाना जाता है. उन्होंने एक साधु का उल्लेख किया जो पहले नेत्रहीन थे. मंदिर में रहने के दौरान जब उन्होंने देवी के स्नान जल और वहां के कंकड़ों को आंखों पर लगाया तो उनकी दृष्टि धीरे-धीरे लौट आई है. इस मंदिर में सालभर भक्त आते हैं, लेकिन नवरात्रि के दौरान यहां विशेष रौनक रहती है. देवी की पूजा-अर्चना के लिए भक्त दूर-दराज के गांवों से पहुंचते हैं.

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