बलिया में हुआ था मध्ययुगीन इतिहास का पहला जल-थल युद्ध

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बलिया में हुआ था मध्ययुगीन इतिहास का पहला जल-थल युद्ध
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उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में मध्ययुगीन इतिहास का पहला जल और थल युद्ध हुआ था। यह युद्ध बाबर, इब्राहिम लोदी और अफगान सेना के बीच लड़ा गया था।

बलिया : उत्तर प्रदेश का यह जिला मध्ययुगीन इतिहास का गवाह है जहां पहला जल और थल दोनों पर युद्ध हुआ था। यह युद्ध बाबर , इब्राहिम लोदी और अफगान सेनाओं के बीच लड़ा गया था। बाबर ने युद्ध जीत लिया लेकिन यह उसके लिए सुखद नहीं रहा। मध्ययुगीन इतिहास की जल और थल पर पहली लड़ाई उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के बांसडीह तहसील के घाघरा नदी के तट पर खरीद गांव में हुई थी। यह युद्ध दिल्ली सल्तनत के तत्कालीन बादशाह इब्राहिम लोदी और मंगोलिया के चंगेज खान और तैमूर लंग के वंशज बाबर के बीच हुई थी। उस समय दिल्ली सल्तनत

के अंतर्गत बंगाल का शासक नसरत शाह और बिहार पर अफ़गानों का शासन था। इस युद्ध ने लोदी वंश का अंत किया और मुगल शासन काल की स्थापना हुई। बाबर ने जल और थल पर युद्ध करने के तरीके के बारे में पहले कभी नहीं सोचा था, लेकिन अपने हाथियों की सेना को लेकर उसने इब्राहिम लोदी और अफगान सेना के साथ मुकाबला किया। इस युद्ध में बाबर विजयी हुआ, लेकिन यह बाबर के जीवन का अंतिम युद्ध साबित हुआ। बंगाल और बिहार पर बाबर का कब्जा हो गया था, लेकिन उसके डेढ़ वर्ष बाद ही इस युद्ध के कारण बीमार पड़े बाबर की मृत्यु हो गई

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