बसंत पंचमी, जिसे सरस्वती पूजा भी कहते हैं, हर साल माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विद्या की देवी मां सरस्वती को समर्पित है और यह दिन अबूझ मुहूर्त के रूप में माना जाता है। इस दिन गृह प्रवेश, विवाह, भूमि पूजन, मुंडन संस्कार और नए कार्य की शुरुआत जैसे शुभ कार्यों को करने का विशेष महत्व होता है।
हिंदू धर्म में शुभ कार्य शुभ मुहूर्त में ही शुरू किए जाते हैं। विवाह , मुंडन से लेकर घर और वाहन की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त पर विचार किया जाता है। हालांकि वर्ष में कुछ ऐसे दिन होते हैं जिन्हें अत्यंत शुभ माना जाता है और उस दिन बगैर मुहूर्त पर विचार किए शुभ व मांगलिक कार्य किए जा सकते हैं। इन्हें अबूझ मुहूर्त कहा जाता है। अबूझ मुहूर्त के दिन विवाह , मुंडन, भूमि और वाहन की खरीदारी के लिए मुहूर्त पर विचार करने की बाध्यता नहीं होती है। बसंत पंचमी (Basant Panchami) या सरस्वती पूजा के दिन भी अबूझ
मुहूर्त होता है और इस दिन गृह प्रवेश (Griha Pravesh) के लिए बहुत शुभ माना जाता है। हर वर्ष माघ महीने में शुक्ल पक्ष की पांचवी तिथि को बसंत पंचमी मनाई जाती है। यह दिन विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना के लिए समर्पित होता है। इस बंसत ऋतु की शुरुआत भी माना जाता है। आइए जानते हैं बंसत पंचमी के दिन गृह प्रवेश (Griha Pravesh on Basant Panchami) को क्यों अच्छा माना जाता है और इस दिन और कौन कौन से कार्य किए जा सकते हैं। बसंत पंचमी पर वास्तु के अनुरूप करें ये 10 चीजें, खिंची चली आएंगी सरस्वती मैयाकब है बंसत पंचमी (Date and Shubh Muhurat of Basant Panchami)इस वर्ष माघ माह में शुक्ल पांचवी तिथि 2 फरवरी रविवार को सुबह 9 बजकर 14 मिनट पर हो रही है और तिथि का समापन अगले दिन 3 फरवरी सोमवार को सुबह 6 बजकर 52 मिनट पर होगा। देशभर में 2 फरवरी रविवार को बसंत पंचमी का त्योहार मनाया जाएगा। माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर शनि देव सुबह 8 बजकर 51 मिनट पर पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में गोचर करेंगे। इस दिन शिव योग, सिद्ध योग साध्य योग और रवि योग बन रहे हैं।बंसत पंचमी पर कर सकते हैं ये काम (These things on Basant Panchami)गृह प्रवेशगृह प्रवेश के लिए शुभ मुहूर्त का बहुत महत्व होता है। माना जाता है कि शुभ मुहूर्त में नए घर में प्रवेश करने से जीवन में सुख समृद्धि में वृद्धि होती है। बसंत पंचमी का दिन गृह प्रवेश के अत्यंत शुभ माना जाता है। बसंत पंचमी का दिन वर्ष में आने वाले कुछ अबूझ मुहूर्त में शामिल है। ये दिन इतने शुभ माने जाते हैं कि बगैर मुहूर्त का विचार किए इस दिन हर तरह के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन गृह प्रवेश करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है।विवाहहिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार बसंत पंचमी अबूझ मुहूर्त होने के कारण विवाह के लिए बेहद शुभ दिन है। बसंत पंचमी के दिन शादी विवाह से जुड़े सभी तरह के कार्य किए जा सकते हैं।भूमि पूजनबसंत पंचमी का दिन भूमि पूजन और भवन निर्माण कार्य शुरू करने के लिए अति शुभ दिन माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन वाहन, भवन या भूमि की खरीददारी भी शुभ होती है।मुंडन संस्कार और पूजा पाठबसंत पंचमी का दिन बच्चों के मुंडन व नामकरण संस्कार के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन घर में पूजापाठ और हवन भी करवाया जा सकता है।नए कार्य की शुरुआतबसंत पंचमी का दिन नया कार्य शुरू करने के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। देश भर में इस दिन बच्चों को विद्या आरंभ करवाया जाता है। यह दिन व्यापार, नौकरी, दुकान आदि शुरू करने के लिए शुभ माना जाता है
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