भगवान शिव के क्रोध के बारे में तो सब जानते हैं. अगर कोई सास अपनी बहू पर अत्याचार करती है तो उसे शिव जी क्या सजा देते हैं ये इस कहानी में जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
शादी के बाद अगर बहू को अच्छी सास न मिले तो उसका जीवन नर्क हो जाता है. भगवान शिव ऐसी सास को कभी माफ नहीं करते जो अपनी बहू पर अत्याचार करती है. वो उसे क्या सजा देते हैं आइए जानते हैं.
भगवान शिव कहते हैं हे पार्वती, इस प्रकार बेटे के घर से जाने के बाद अब बुढ़िया का ही राज़ था अब बहु को संभाली कहां थी वो तो उसे जितना हो सके उतना सताना शुरू कर देती थी, खुद पैर फैला कर बैठ जाती थी और अपनी बहू से घर और खेत का सारा काम करवाती थी, उसे सुबह जल्दी उठा देती. उसके बाद घर का सारा काम जैसे खाना पकाना, बर्तन, माजना, पानी भरना आदि काम करवाती थी. उसके बाद कभी जंगल से लकड़ियां लाने के लिए भेजती और पूरे दिन वह बहुत ही मेहनत का काम करती है. उसे थोड़ा सा भी आराम करने का भी समय नहीं मिलता था.
ये जानने के बाद सास अपनी गर्भवती बहू को और सताने लगी. बहू को बहुत सारा काम करने के लिए कहती, फिर भी बहु ऐसी हालत में भी घर का सारा काम और सास जो भी काम कहती वो सब भी अच्छे से किया करती थी. कुछ महीने इसी तरीके से बीते और बहु के नौ महीने पूरे होने के बाद उसकी प्रसूति का समय आता है. उसके पेट में दर्द हुआ बहु प्रसव के दर्द में व्याकुल हुई अपनी सास से कहने लगी कि मुझे लगता है कि मेरी प्रसूति का समय नजदीक आ गया है, कृपया जल्दी से आया को बुला लें.
बहू ने यह कहकर घर वापस घर आ गई. अब जैसे ही वह घर वापस आयी उसके साथ समझ जाती है कि उसे बेटी हुई है क्योंकि उसने पहले ही कह दिया था कि यदि बेटा हो तो घर लेकर आना और यदि बेटी हो तो लेकर नहीं आना. वह डर से अपनी बेटी को जंगल में ही छोड़ आयी. बहू अपनी सास से कहती है कि मां बेटी हुई थी इसलिए लेकर नहीं आई. फिर तो बहू की बात सुनकर वो बुढ़िया एकदम से शोर मचाने लगी और चिल्लाने लगी कि मेरी बहू ने अपने बच्चे को खा लिया. मेरी बहू बच्चे खाने वाली डायन बन गई है.
भगवान शिव कहते हैं हे पार्वती इस प्रकार राजा के सिपाही शीघ्र ही आज्ञा का पालन करते ही तुरंत ही सूली बनाते हैं और जा करके बुढ़िया की बहू को दरबार में लेकर आते हैं. फिर राजा बहू से पूछता है क्या तुम्हारी सास सच कहती है क्या तुमने अपनी तीनों बेटियों को जिंदा खा लिया है. राजा की बात को सुनकर वह बहू चुपचाप नीचे सिर झुकाए खड़ी रहती है. बहू को चुप चाप देख कर के राजा को विश्वास हो जाता है जैसा बुढ़िया ने बताया है, उसकी बहू तो वास्तव में अपनी बेटियों को खाने वाली डायन है.
तब बुढ़िया का बेटा तुरंत ही राजा के सामने खड़ा होता है और हाथ जोड़ कर गिड़ गिड़ाता है. महाराज कृपया मेरी पत्नी को सूली पर चढ़ाने से रोक दीजिए. कुछ देर के लिए मुझे एक बार अपनी मां और पत्नी से सच बात पूछने दीजिए. अगर मेरी पत्नी अपराधी है तो मैं स्वयं कहूंगा कि उसे सूली पर आप चढ़ा दे. राजा को कुछ दया आती है और वो राजा अपने सिपाहियों को कुछ देर के लिए सूली पर चढ़ाने का आदेश रोक देता है.
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