मनमोहन सिंह के निधन पर दुनिया में शोक की लहर है. बांग्लादेश में भी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें 'बांग्लादेश का मनमोहन सिंह' कहा जाता है, मुहम्मद यूनुस. उन्होंने बांग्लादेश के हजारों लोगों को गरीबी से बाहर लाने का काम किया और इसके लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार जैसे सम्मानों से नवाजा गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश व दुनिया में शोक की लहर है. उनके कार्य की प्रशंसा हर तरफ हो रही है. लेकिन बांग्लादेश में भी एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें ' बांग्लादेश का मनमोहन सिंह ' कहा जाता है. मुहम्मद यूनुस , बांग्लादेश की अंतरिम सरकार चला रहे अर्थशास्त्री हैं. उन्हें बांग्लादेश के हजारों लोगों को गरीबी से बाहर लाने का श्रेय दिया जाता है. यूनुस ने चटगांव यूनिवर्सिटी के पास एक गांव में गरीबी देखी और कई ग्रामीणों को 10 डॉलर उधार दिए.
उन्होंने उन लोगों को पैसा दिया, जिन्हें बैंक कभी ऋण नहीं देता था क्योंकि उनके पास कोई आधिकारिक दस्तावेज नहीं था. धीरे-धीरे यह प्रयास एक बैंक का रूप ले लिया और बांग्लादेश ग्रामीण बैंक यहीं से पैदा हुआ. ग्रामीण बैंक सिर्फ ऋण नहीं, गरीब लोगों को कपड़े और ब्रॉडबैंड सेवा तक उपलब्ध कराने लगा. बैंक से मिले ऋण की वजह से गरीब परिवार रोजगार करने लगे और धीरे-धीरे हजारों परिवार गरीबी रेखा से बाहर निकल आए. इसके लिए मुहम्मद यूनुस को 2006 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2009 में यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम और 2010 में कांग्रेसनल गोल्ड मेडल भी मिला. यूनुस उन सात व्यक्तियों में से हैं जिन्हें नोबेल शांति पुरस्कार, यूनाइटेड स्टेट्स प्रेसिडेंशियल मेडल ऑफ फ्रीडम और यूनाइटेड स्टेट्स कांग्रेसनल गोल्ड मेडल एक साथ मिला है
मनमोहन सिंह बांग्लादेश मुहम्मद यूनुस नोबेल पुरस्कार गरीबी उन्मूलन
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
सायरा बानो मनमोहन सिंह के निधन पर भावुकफिल्म जगत की दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है और दिलीप कुमार और मनमोहन सिंह से जुड़ा एक किस्सा साझा किया है.
और पढो »
Manmohan Singh Death: मनमोहन सिंह के वो 5 काम, जिसके लिए देश हमेशा रहेगा उनका कर्जदारपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शिक्षा का अधिकार, सूचना का अधिकार, खाद्य सुरक्षा कानून, भूमि अधिग्रहण कानून, वन अधिकार कानून और मनरेगा जैसे ऐतिहासिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा.
और पढो »
मनमोहन सिंह पाकिस्तान के जिस गाह में जन्मे, वहां है 'मनमोहन सिंह गवर्नमेंट बॉयज प्राइमरी स्कूल'पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह का निधन हो गया है. डॉक्टर सिंह का जन्म अविभाजित भारत के पाकिस्तान प्रांत के गाह गांव में हुआ था. इस गांव में डॉक्टर सिंह के नाम पर सरकारी स्कूल भी है.
और पढो »
मनमोहन सिंह का निधन, देश में सात दिन का राजकीय शोकपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन हुआ है। 92 साल की उम्र में उनका देहांत दिल्ली के एम्स में हुआ। उनके निधन पर देश में शोक है।
और पढो »
मनमोहन सिंह के कार्यकाल की यादपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल की यादें ताजी हो गई हैं।
और पढो »
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर प्रधानमंत्री मोदी समेत किसने क्या कहा?मनमोहन सिंह के निधन पर नेताओं ने शोक ज़ाहिर किया
और पढो »