कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि खरीफ सीजन में बासमती धान से किसानों को अच्छा उत्पादन और आमदनी मिलती है. लेकिन बासमती में एक सुगंध होता है इस वजह से कीट इसकी और ज्यादा आकर्षित होते हैं.
शाहजहांपुर: बासमती की खेती से किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. किसानों को मोटे धान के मुकाबले बासमती का अच्छा भाव मिलता है. जिससे किसानों की आमदनी बढ़ती है लेकिन बासमती की खेती करते समय किसानों को कोई सावधानियां बरतनी की जरूरत है, अन्यथा उनकी फसल बर्बाद हो सकती है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर के जिससे फसल को बचाना किसानों के लिए एक बड़ी चुनौती रहती है.
ऐसे में एक एकड़ में 40 किलो यूरिया का इस्तेमाल करना चाहिए. इसके अलावा 50 किलो डीएपी और 25 से 30 किलो पोटाश का इस्तेमाल करें. रोपाई से पहले कराएं मिट्टी की जांच? डॉ. एनपी गुप्ता ने बताया कि बासमती की फसल उगाने से पहले किसानों को मिट्टी की जांच कर लेनी चाहिए. डीएपी, पोटाश और नाइट्रोजन के अलावा जांच कर कर बाकी तत्वों की पूर्ति भी करनी चाहिए. जिससे से बासमती की फसल से अच्छा उत्पादन मिलेगा. ज्यादा नाइट्रोजन से हो सकता है फसल बर्बाद डॉ.
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