बिहार सरकार ने मंगलवार को बेतिया राज विधेयक पास किया, जिससे बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बेतिया राज की जमीन का मालिकाना बिहार सरकार के पास आ गया है.
बिहार विधानसभा में मंगलवार को एक ऐसा विधेयक पास हुआ है, जिससे बिहार के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के कई जिलों के किसान ों की नींद उड़ गई है. बिहार सरकार ने बेतिया राज विधेयक पास किया है. इस विधेयक के पास होने के बाद बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बेतिया राज की जमीन का मालिकाना हक अब बिहार सरकार के पास आ जाएगा. बेतिया राज की 15 हजार 358 एकड़ जमीन है और इन जमीन ों की कीमत तकरीबन 8000 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
बिहार के पटना, छपरा, सीवान, गोपालगंज और मोतिहारी साथ-साथ उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज, बनारस, प्रयागराज, कुशीनगर और मिर्जापुर जिलों में भी बेतिया राज की जमीन है. बेतिया राज विधेयक पास होने के बाद अब उत्तर प्रदेश-बिहार के इन जिलों की जमीन मालिकों की नींद गायब हो गई है. क्योंकि, भू-माफियाओं ने अवैध तरीके से इन जमीनों को बेच दिया है. अब बेतियाराज की जमीन को खरीदने वाले लोगों के सामने बहुत बड़ा संकट आने वाला है. क्योंकि, बिहार सरकार के तेजतर्रार आईएएस अधिकारी केके पाठक का एक्शन जमीन मालिकों पर चलने वाला है. उत्तर प्रदेश-बिहार के इन जिलों की किसानों की नींद अब उड़ेगी आपको बता दें कि बेतिया राज की इन जमीनों की कीमत 8000 करोड़ रुपये से भी अधिक है. अब बिहार सरकार इस विधेयक के बाद सभी जमीनों पर कब्जा कर उस जमीन पर अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और स्कूल बनाएगी. इस बिल के पास होने के बाद उत्तर प्रदेश-बिहार में बेतिया राज की 15 हजार से ज्यादा एकड़ की जमीन पर अब बिहार सरकार का कब्जा हो जाएगा. बिहार सरकार के राजस्व मंत्री दिलीप जयसवाल ने न्यूज 18 हिंदी के साथ बातचीत में कहते हैं, 'यह महत्वपूर्ण विधेयक है. बेतिया राज की अंतिम रानी को कई बच्चा नहीं था. जमीन माफिया और कुछ सफेद पोश लोग इन जमीनों को कब्जा कर रहे थे. कोर्ट ऑफ वार्ड्स अंग्रेजों ने बनाया था. लेकिन नियंत्रण नहीं हो पा रहा था. इसलिए हमलोगों ने कानून लाकर बेतिया राज की जमीन का मालिकाना बिहार सरकार को दे दिया है. अब अगर किसी कोर्ट में कोई केस चल रहा है तो वह भी समाप्त माना जाएगा
बिहार उत्तर प्रदेश बेतिया राज जमीन किसान सरकार
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
मझवां विधानसभा उपचुनाव: 50.41 प्रतिशत लोगों ने किया मतदान, 13 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में बंदउत्तर प्रदेश के मझवां विधानसभा क्षेत्र में हुए उपचुनाव में शाम पांच बजे तक 50.
और पढो »
UP By Election 2024: आरोप-प्रत्यारोप के बीच उपचुनाव में 49.30 प्रतिशत मतदान, 2022 के मुकाबले कम पड़े वोटउत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में 49.30 प्रतिशत मतदान हुआ। सबसे अधिक मतदान कुंदरकी विधानसभा क्षेत्र में 57.72 प्रतिशत और सबसे कम मतदान गाजियाबाद विधानसभा क्षेत्र में 33.
और पढो »
खैर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में फीका रहा उत्साह, 46.36 प्रतिशत मतदाताओं ने ही डाले वोटkhair By Election 2024 - उत्तर प्रदेश के खैर विधानसभा क्षेत्र में हुए उप चुनाव में महज 46.36 प्रतिशत मतदान हुआ। यह प्रतिशत 2022 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 14.
और पढो »
झांसी की घटना पर यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने क्या कहाशुक्रवार की रात उत्तर प्रदेश के झांसी में महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में भीषण आग लगने से 10 बच्चों की मौत हो गई है.
और पढो »
Jharkhand Election: वोटिंग से एक दिन पहले BJP नेता की बढ़ी टेंशन, दुमका विधानसभा प्रभारी की गाड़ी से 4.61 लाख बरामददुमका में एफएसटी की टीम ने विधानसभा प्रभारी सत्येंद्र कुमार के पास से 4.
और पढो »
गाजियाबाद में भाजपा का दबदबा, कई सीट पर जीतउत्तर प्रदेश के गाजियाबाद लोकसभा सीटों पर हुए चुनावों में भाजपा ने एक बार फिर विजय हासिल की है। सपा, भाजपा के दबदबे के आगे झुक गई।
और पढो »