बिहार के नए राज्यपाल: राजनीतिक चर्चाओं का उत्सव

राजनीति समाचार

बिहार के नए राज्यपाल: राजनीतिक चर्चाओं का उत्सव
राजनीतिबिहारराज्यपाल
  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 11 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 62%
  • Publisher: 53%

बिहार को नया राज्यपाल मिलकर राजनीतिक गलियारों में बहुआयामी चर्चाओं का अवसर बन आया है।

विकास चन्द्र पाण्डेय, पटना। कार्यकाल पूरा करने के बाद अगर स्थान परिवर्तन हो तो किसी अतिरिक्त अर्थ की संभावना नहीं होती, लेकिन चुनाव ी वर्ष में आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने के बाद राजनीति क गलियारे में बहुआयामी चर्चाओं का अवसर बन आया है। चूंकि विधानसभा चुनाव से पहले ही मुसलमान ों के मतों के एकीकरण व विभाजन की राजनीति चरम की ओर बढ़ चली है, ऐसे में चर्चा है कि 26 वर्षों के अंतराल के बाद बिहार को यूं ही मुस्लिम राज्यपाल नहीं मिला है। केरल की वामपंथी सरकार के साथ आरिफ मुद्दागत टकराव

के कारण चर्चा में रहे हैं और यह भी महत्वपूर्ण कि मोदी सरकार में आनंदी बेन पटेल के बाद वे दूसरे व्यक्ति हैं, जिन्हें पिछले एक दशक में बतौर राज्यपाल दूसरा कार्यकाल मिल रहा। राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को केरला का कमान 14 फरवरी, 2023 को बिहार का राज्यपाल बने राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर अब केरल में दायित्व संभालने निकल चुके है। गुरुवार को शपथ ग्रहण से तीन दिन पहले ही पटना पहुंच चुके आरिफ अपने कामकाज की शैली का संकेत भी दे चुके हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और भाजपा के सांसद रहे आरके सिन्हा के यहां भोजन, मुख्यमंत्री की मां को श्रद्धांजलि देने उनके गांव जाना और वर्षों पुराने मित्र नियाज अहमद से मिलने उनके आवास पर जाकर उन्होंने अपनी उसी उदार व मिलनसार छवि का परिचय दिया है, जिसके कारण वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के प्रिय हैं। राज्यपाल के रूप में दूसरे कार्यकाल का कारण मुस्लिम विद्वान होने के साथ ही उनकी यह सदाशयता भी है। विद्वता जहां उच्चतर शिक्षा व्यवस्था में दायित्वों के प्रति आश्वस्त करती है, वही उदार छवि अपने एजेंडे पर आगे बढ़ रही भाजपा के प्रति अल्पसंख्यकों को किसी भी भय से निश्चिंत करती है। ऐसी छवि सहयोगी दलों को भी भाजपा के सानिध्य में उनके अपने जनाधार की गारंटी देती है। उप चुनाव में बेलागंज में जदयू की जीत से बिहार के संदर्भ में यह गारंटी इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गई, क्योंकि यहां विधानसभा की लगभग चार दर्जन सीटों का परिणाम मुसलमानों के रुख से प्रभावित होता रहा है। माय समीकरण में सेंधमारी माय (मुसलमान-यादव) समीकरण में सेंधमारी से राजद को उस बेलागंज में मुंह की खानी पड़ी, जहां वह पिछले छह चुनावों में निर्बाध विजयी रही थी। वोटों की इस सेंधमारी में जन सुराज पार्टी

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Dainik Jagran /  🏆 10. in İN

राजनीति बिहार राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान चुनाव मुसलमान माय समीकरण बेलागंज

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

बिहार को नया मुस्लिम राज्यपालबिहार को नया मुस्लिम राज्यपालबिहार के नए राज्यपाल के रूप में आरिफ मोहम्मद खान को नियुक्त किया गया है।
और पढो »

बिहार में राजनीति गरम: नीतीश कुमार के पाला बदलने की चर्चा, तेजस्वी यादव ने किया बयानबिहार में राजनीति गरम: नीतीश कुमार के पाला बदलने की चर्चा, तेजस्वी यादव ने किया बयानबीपीएससी परीक्षा में धांधली के आरोप में छात्रों का आंदोलन और नीतीश कुमार के इंडिया गठबंधन में वापसी की चर्चाओं ने पटना के राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है.
और पढो »

न्यू ईयर पार्टी के लिए 7 टेस्टी स्नैक्सन्यू ईयर पार्टी के लिए 7 टेस्टी स्नैक्सनए साल के उत्सव के लिए कुछ खास स्नैक्स आइडियाज।
और पढो »

बिहार के राज्यपाल ने अपने पुराने दोस्त से की कृष्ण-सुदामा जैसी मुलाकातबिहार के राज्यपाल ने अपने पुराने दोस्त से की कृष्ण-सुदामा जैसी मुलाकातबिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अपने कॉलेज के पुराने दोस्त मोहम्मद नियाज अहमद से मुलाकात करने उनके घर पहुंचे।
और पढो »

बिहार के राज्यपाल ने 50 साल पुराने मित्र से की मुलाकातबिहार के राज्यपाल ने 50 साल पुराने मित्र से की मुलाकातबिहार के नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पटना में अपने पुराने कॉलेज के मित्र मोहम्मद नियाज अहमद से मुलाकात की।
और पढो »

बिहार को मिला नया राज्यपालबिहार को मिला नया राज्यपालबिहार में आरिफ़ मोहम्मद ख़ान को राज्यपाल बनाया गया है. यह नियुक्ति राजनीतिक हलचलों के बीच हुई है
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 19:47:39