बेलगावी: प्रकृति, इतिहास और संस्कृति का सम्मिश्रण
कर्नाटक के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में स्थित बेलगावी प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक डायवर्सिटी के लिए प्रसिद्ध है. इस शहर को बेलगाम के नाम से भी जाना जाता है. बेलगावी न केवल पर्यटकों को आकर्षित करता है, बल्कि शांति और साहसिक प्रेमियों के लिए भी परफेक्ट डेस्टिनेशन है. गोकक फॉल्स को 'कर्नाटक का नियाग्रा' भी कहा जाता है. गोकक नदी पर स्थित यह झरना लगभग 170 फीट की ऊंचाई से गिरता है और इसकी गड़गड़ाहट दूर से ही सुनाई देती है.
हरे-भरे जंगलों और चट्टानों के बीच स्थित यह जगह मॉनसून के दौरान और भी खूबसूरत लगती है. यहां स्थित झूला पुल भी एक प्रमुख आकर्षण है. लगभग 12वीं सदी में बना बेलगावी का ऐतिहासिक किला अपनी आर्किटेक्चर और इतिहास के लिए जाना जाता है. किले के अंदर जैन मंदिर, गणपति मंदिर और एक पुरानी मस्जिद मौजूद हैं, जो इसकी सांस्कृतिक डायवर्सिटी को दर्शाते हैं. इतिहास और कला प्रेमियों के लिए यह जगह बेहद खास है. बेलगावी में स्थित यह प्राचीन मंदिर 'दक्षिण काशी' के नाम से प्रसिद्ध है. शिवजी को समर्पित इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है. मंदिर की प्राचीन आर्किटेक्चर और शांत वातावरण मन को सुकून प्रदान करता है. बेलगावी के पास स्थित यह जगह एक पवित्र तीर्थ स्थल और ट्रेकिंग का शानदार विकल्प है. यहां बहने वाले पानी का शोर और हरे-भरे जंगल का नजारा प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग जैसा है. यह स्थान धार्मिक महत्व के साथ-साथ फोटोग्राफी के लिए भी बेहतरीन है. प्रकृति प्रेमियों और वाइल्डलाइफ उत्साही लोगों के लिए भीमगढ़ वाइल्ड लाइफ सेंचुरी एक शानदार जगह है. यह वाइल्ड लाइफ सेंचुरी दुर्लभ और लुप्तप्राय पक्षियों और जानवरों का घर है. घने जंगल और खूबसूरत नदियां इसे एक बेहतरीन एडवेंचर स्पॉट बनाती हैं
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