ब्रिटेन में बच्चों पर चाकू हमले के लिए 52 साल की सजा

अपराध समाचार

ब्रिटेन में बच्चों पर चाकू हमले के लिए 52 साल की सजा
चिंताहत्याअपराध
  • 📰 Dainik Bhaskar
  • ⏱ Reading Time:
  • 44 sec. here
  • 10 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 49%
  • Publisher: 51%

ब्रिटेन के साउथपोर्ट में हुई एक डांस क्लास में तीन बच्चियों की चाकू से हत्या करने के मामले में एक लड़के को कोर्ट ने 52 साल की सजा सुनाई है। जज ने इसे सबसे गंभीर अपराध में से एक बताया और कहा कि दोषी ने निर्दोष बच्चियों की सामूहिक हत्या की योजना बनाई थी।

ब्रिटेन के साउथपोर्ट में एक डांस क्लास में 3 बच्चियों की चाकू से हत्या करने वाले लड़के को कोर्ट ने 52 साल की सजा सुनाई है। दोषी एक्सल रुदाकुबाना पर हत्या के अलावा, हत्या की कोशिश के भी 10 मामले चल रहे थे। जज गुरुवार को सजा सुनाते हुए इसे सबसे गंभीर अपराध में से एक बताया। जज जूलियन जूज ने कहा कि 18 साल का एक्सल रुदाकुबाना निर्दोष बच्चियों की सामूहिक हत्या करना चाहता था। उन्होंने कहा कि दोषी को हिरासत में बिताए गए 6 महीने को छोड़कर 52 साल की सजा काटनी होगी। एक्सल रुदाकुबाना ने 29 जुलाई की शाम कई

बच्चियों पर चाकू से हमला किया था। इसमें एलिस दा सिल्वा अगुइर (9 साल), एल्सी डॉट स्टैनकॉम्ब (7 साल) और बेबे किंग (6 साल) की मौत हो गई थी और लगभग 1 दर्जन लोग जख्मी हो गए थे। घायलों में अधिकतर बच्चे थे। इनकी उम्र 7 से 13 साल के बीच थी। इस घटना के बाद ऑनलाइन अफवाह फैली कि डांस क्लास में चाकू से हमला करने वाला एक मुस्लिम शरणार्थी था, जिससे लोगों में गुस्सा भड़क गया। इसके बाद ब्रिटेन के 17 शहरों में दंगे भड़क गए थे। इसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे और संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा था। हालांकि पुलिस ने साफ किया था कि आरोपी का इस्लाम से कोई संबंध नहीं है। लेकिन इसके बावजूद अप्रवासी विरोधी और मुस्लिम विरोधी दंगे कई दिनों तक जारी रहे। ब्रिटेन में 18 साल से कम उम्र के संदिग्धों का नाम नहीं बताया जाता है। लेकिन इस मामले में अदालत को अलग फैसला लेना पड़ा। कोर्ट ने वेल्स में रवांडा मूल के एक्सेल रुदाकुबाना की पहचान उजागर करने का आदेश दिया, ताकि अफवाह फैलने को रोका जा सके।B

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Dainik Bhaskar /  🏆 19. in İN

चिंता हत्या अपराध ब्रिटेन बच्चों चाकू सजा राजनीति

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अंबेडकरनगर के पूर्व विधायक को जानलेवा हमले में सात साल कैद की सजाअंबेडकरनगर के पूर्व विधायक को जानलेवा हमले में सात साल कैद की सजा34 साल पुराने जानलेवा हमले के मामले में उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से पूर्व विधायक पवन पांडेय को सात साल की कैद की सजा सुनाई गई है।
और पढो »

34 साल पुराने केस में पूर्व विधायक पवन पांडेय को 7 साल की सजा34 साल पुराने केस में पूर्व विधायक पवन पांडेय को 7 साल की सजाअंबेडकरनगर में एक 34 साल पुराने केस में पूर्व विधायक पवन पांडेय को एक कोर्ट ने जानलेवा हमले के आरोप में 7 साल की सजा सुनाई है.
और पढो »

बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए विभिन्न देशों में बनाए जा रहे नियमबच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए विभिन्न देशों में बनाए जा रहे नियमअमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन जैसे देशों में बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर नए नियमों को लागू किया जा रहा है। इन नियमों का उद्देश्य बच्चों को ऑनलाइन गलत जानकारी और सामग्री से बचाना है। अमेरिका में COPPA नियम 13 साल से कम उम्र के बच्चों के डेटा के संग्रह को नियंत्रित करता है, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया है। ब्रिटेन में बच्चों की ऑनलाइन पहुंच पर कोई प्रतिबंध नहीं है, लेकिन सरकार ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर चिंतित है और नए नियमों पर विचार कर रही है।
और पढो »

अंबेडकरनगर: 1990 के जानलेवा हमले के मामले में पूर्व विधायक पवन पांडेय को सात साल की सजाअंबेडकरनगर: 1990 के जानलेवा हमले के मामले में पूर्व विधायक पवन पांडेय को सात साल की सजाउत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर एमपी-एमएलए कोर्ट ने 1990 के जानलेवा हमले के मामले में पूर्व विधायक पवन पांडेय को सात साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
और पढो »

बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा: देशों की अलग-अलग नीतियांबच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा: देशों की अलग-अलग नीतियांइस लेख में अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन की बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए अपनाई जाने वाली नीतियों की तुलना की गई है। अमेरिका 13 साल से कम उम्र के बच्चों के डेटा संग्रह पर प्रतिबंध लगाता है, ऑस्ट्रेलिया सोशल मीडिया उपयोग को 16 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रतिबंधित करता है, जबकि ब्रिटेन अभी तक स्पष्ट कानून नहीं बनाया है लेकिन ऑनलाइन सुरक्षा के लिए कदम उठा रहा है।
और पढो »

द लंदन बमबारी और ब्रिटेन की लड़ाईद लंदन बमबारी और ब्रिटेन की लड़ाईलंदन पर 29 दिसंबर 1940 को हुए विनाशकारी हवाई हमले की कहानी और ब्रिटेन की लड़ाई के संदर्भ में इसके महत्व पर चर्चा करता है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-14 22:47:01