यह लेख भूत-प्रेत मान्यताओं और उनका वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर प्रकाश डालता है. यह एक मनोचिकित्सक की प्रतिक्रिया पर आधारित है और डिसोसिएटिव डिसऑर्डर जैसी बीमारियों को समझाता है जो अंधविश्वास के रूप में गलत समझी जा सकती हैं.
गाज़ियाबाद: आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोगों को भूत-प्रेत से संबंधित समस्याओं से ग्रस्त बताया जाता है. गांव और पिछड़े इलाकों में तो यहां तक कह दिया जाता है कि फलां व्यक्ति के ऊपर भूत का साया है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि ये भूत-प्रेत है या बीमारी ? इससे भी बुरी बात ये है कि आज 21वीं सदी में भी लोगों के बीच इस तरह की बातें होती हैं. जहां आज के समय में भी कुछ लोग भूत-प्रेत पर विश्वास रखते हैं, तो वहीं कुछ लोग इसे सिर्फ एक बीमारी मानते हैं.
आज इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि मनोचिकित्सक के अनुसार, कैसे लोग एक बीमारी को भूत-प्रेत समझकर अंधविश्वास में पड़ जाते हैं. साइंस इस बारे में क्या कहती है और आपके आसपास किसी व्यक्ति में किस प्रकार के लक्षण दिखें तो उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. क्या कहते हैं एक्सपर्ट लोकल 18 ने बात की मनोचिकित्सक आशिमा रंजन जी से, जिन्होंने बताया कि भूत-प्रेत कुछ नहीं होता, ये सिर्फ एक बीमारी है जिसका नाम है डिसोसिएटिव डिसऑर्डर. इसका मतलब होता है, जब एक व्यक्ति खुद को कोई अलग व्यक्ति समझने लगे. उन्होंने बताया कि इस बीमारी से ग्रस्त लोग खुद को कुछ अलग समझने लगते हैं. कभी वे किसी और इंसान को अपनी पहचान बताने लगते हैं और उसी की तरह व्यवहार करते हैं. उनकी ऐसी हरकतों को लोग भूत-प्रेत का साया और न जाने क्या-क्या समझने लगते हैं. इन लक्षणों पर दें ध्यान जिन लोगों को यह बीमारी होती है, उनमें कुछ निश्चित तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं. जैसे अचानक गिर जाना, सिर घूमना, खुद को और दूसरों को मारने-पीटने लग जाना और अजीब सी आवाजें निकालना. और भी कई लक्षण होते हैं, जैसे अपनी पहचान किसी अन्य नाम से बताना, पुरानी बातें दोहराना, या कभी-कभी भविष्य की बातें बताने लग जाना. डॉक्टर के पास जाएं अगर आप भी कभी किसी को इस तरह से परेशान देखें और इन लक्षणों को उनमें पहचानें, तो उन्हें किसी तांत्रिक या बाबा के पास ले जाने की बजाय किसी डॉक्टर के पास ले जाएं और उनका सही से इलाज कराएं. दरअसल ये एक बीमारी है जिसका हल्ला मचाने के बजाय सही ट्रीटमेंट देने की जरूरत होती है. फालतू में बात का बतंगड़ बनने से बचाना चाहिए
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