हार के पीथमपुर में यूनियन कार्बाइड का कचरा नष्ट करने के विरोध में दो दिनों से बवाल चल रहा है। पुलिस-प्रशासन ने बवाल करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और संयंत्र से सटे गांव तारपुरा के लोगों को घरों में कैद कर दिया है।
जेएनएन, भोपाल। भोपाल गैस त्रासदी के 40 वर्ष बाद यूनियन कार्बाइड का कचरा नष्ट करने के विरोध में धार के पीथमपुर में बीते दो दिन हुए बवाल के बाद रविवार को पुलिस -प्रशासन सख्ती पर उतर आया। बवाल करने वाले कई अज्ञात पर प्राथमिकी के साथ ही संयंत्र से सटे गांव तारपुरा के लोगों को चिह्नित कर उन्हें घरों में कैद कर दिया है। 100 मीटर के दायरे में प्रतिबंध लागू गलियों और मोहल्लों में पुलिस बल तैनात है। स्थिति यह है कि लोग छतों तक पर नहीं जा पा रहे हैं। संयंत्र के 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी...
हुए कोर्ट से अग्रिम आदेश का अनुरोध किया जाएगा, ऐसा शासन स्तर के अधिकारियों का कहना है। पीथमपुर के लोगों ने किया विरोध बता दें कि पीथमपुर के लोग रासायनिक कचरे से जनहानि की आशंका जाहिर करते हुए विरोध कर रहे हैं। हालांकि, राज्य सरकार की ओर से उन्हें लगातार आश्वस्त किया जा रहा है कि विशेषज्ञों की निगरानी में निस्तारण का निर्णय लिया गया है। विशेषज्ञों ने संतुष्ट किया है कि कचरे को नष्ट करने से जलवायु को कोई नुकसान नहीं होगा। उधर, पीथमपुर के लोग कचरे को कहीं और नष्ट करने की मांग पर अड़े हुए हैं।...
भोपाल गैस त्रासदी कचरा निष्पादन यूनियन कार्बाइड पीथमपुर पुलिस
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
भोपाल गैस कांड के बाद 377 मीट्रिक टन जहरीला कचरा पीथमपुर भेजाभोपाल गैस कांड के लिए जिम्मेदार यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का 377 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 40 साल बाद बुधवार को भोपाल से पीथमपुर भेजा गया।
और पढो »
भोपाल जहरील्या कचऱ्यापासून मुक्तभोपाल गैस कांडातील यूनियन कार्बाइड कारखान्यातून जहरीला कचरा 40 वर्षानंतर भोपालच्या शहराबाहेर पाठवला गेला.
और पढो »
भोपाल गैस त्रासदी: 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से जहरीला कचरा हटाने का काम शुरूभोपाल गैस त्रासदी के 40 वें वर्ष, यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से जहरीला कचरा हटाने का कार्य शुरू हो गया है. 337 टन कचरा जंबू बैग में पैक करके पीथमपुर ले जाया जाएगा जहाँ उसे वैज्ञानिक तरीके से जलाया जाएगा.
और पढो »
भोपाल के जहरीले कचरे को पीथमपुर में जलाने का विरोधभोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के खतरनाक रासायनिक कचरा धार जिले के पीथमपुर पहुंच गया है। कचरे के जलाने का विरोध स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों द्वारा किया जा रहा है।
और पढो »
खतरनाक केमिकल ढुलाई: भोपाल गैस त्रासदी से 40 साल बाद अमित फॉर्मूले का पीथमपुर में निपटान शुरू, क्या है खतरा?भारत में अंग्रेजी हुकूमत के समय अमेरिका में जहरीले केमिकल ले जाते समय हुए विस्फोटों के बाद खतरनाक केमिकल परिवहन पर रोक लगा दी गई थी। इस घटना के बाद जहरीले केमिकल ढुलाई के लिए अमेरिका में कई कानून बनाए गए। हाल ही में भोपाल गैस त्रासदी के करीब 40 साल बाद यूनियन कार्बाइड कारखाने के जहरीले कचरे को पीथमपुर में ले जाकर नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गई है, जिसका बड़े पैमाने पर विरोध हो रहा है।
और पढो »
भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 40 साल पुराना जहरीला कचरा हटाया गयाभोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री से 40 साल पुराना जहरीला कचरा बुधवार रात को हटाया गया। 337 मीट्रिक टन कचरा पीथमपुर की रामकी एनवायरो कंपनी में जलाया जाएगा।
और पढो »