Manipur Violence Current Situation Ground Report Update फिलहाल, शांति बनाए रखने के लिए मैतेई और कुकी इलाकों के बीच बॉर्डर खींच दिए गए हैं। गांवों में 10,800 सेंट्रल फोर्स के जवान ड्यूटी दे रहे हैं।
अस्पतालों में दवाएं नहीं पहुंच रहीं, किसान बोले- खेती करें या गोली खाएंइंफाल टाउन में कर्फ्यू के बीच 100 से ज्यादा महिलाएं घर के काम छोड़कर सड़क पर बैठी हैं। 28 नवंबर को जब हम वहां पहुंचे, तो सबके हाथ में बैनर दिखे, जिस पर लिखा है- CM बीरेन सर, मणिपुर को जलने से बचा लीजिए। ये महिलाएं मैतेई कम्युनिटी ससरकार के खिलाफ इन औरतों का गुस्सा अचानक नहीं फूटा। 3 मई, 2023 के बाद से मणिपुर हिंसा की आग में जल रहा है। बीते 588 दिनों में करीब 150 गांव, 4 हजार से ज्यादा घर और 300 धार्मिक स्थल जला दिए गए। अब तक...
ये तस्वीर इंफाल टाउन की है, जहां कर्फ्यू के बीच 100 से ज्यादा मैतेई महिलाएं घर के काम छोड़कर सड़क पर बैठी हैं। चोंचो कहती हैं, ‘चुराचांदपुर के पास बसे कुकी गांवों को मैतेई जला रहे हैं। कोई उन्हें रोकने की हिम्मत नहीं कर पा रहा है। सरकार भी नहीं। हम लोग रोज मौत से लड़ रहे हैं।‘ बिष्णुपुर के सैटन गांव के किसान बिश्वनाथ सिंह कहते हैं, ’कुकी मिलिटेंट नहीं चाहते हैं कि मैतेई लोग खेती कर सकें। इसलिए वे पहाड़ों में छिपकर उन्हें ऊपर से गोली मार रहे हैं। किसानों के पास तो हथियार हैं नहीं।’
उन्होंने बताया कि आगे जाना खतरनाक हो सकता है। इस चेकपोस्ट के बाद कुकी गांव शुरू हो जाएंगे, वहां बहुत तनाव है। हमारे ड्राइवर ने आगे जाने से मना कर दिया। मेडिकल स्टाफ ने बताया कि हिंसा शुरू होने के बाद से सेना की गाड़ियों से ही दवाओं का स्टॉक हॉस्पिटल पहुंच रहा था। नवंबर में हुई हिंसक घटनाओं के बाद गाड़ियां देर से आ रही हैं। दवाओं का स्टॉक एक महीने लेट आता है। पहले हम बड़ी सर्जरी के लिए बाहर से डॉक्टर्स बुलाते थे, लेकिन अब ऐसा करना मुश्किल हो रहा है।मणिपुर आने वाले टूरिस्ट लोकटक झील, केबुल लामजाओ नेशनल पार्क और भारत-म्यांमार बॉर्डर पर मोरेह-तामू इंटरनेशनल मार्केट जरूर जाते हैं। हिंसा से यहां का टूरिज्म सेक्टर भी अछूता नहीं रहा। ज्यादातर...
केंद्र की ओर से बनी पीस कमेटी भी बेअसर दिखती है। कुकी कम्युनिटी के सबसे बड़े संगठन ITLF के सेक्रेटरी मुआन टोंबिंग कहते हैं, ‘केंद्र ने कुकी और मैतेई के बीच शांति बनाए रखने के लिए पीस कमेटी बनाई थी। उससे भी कुकी ट्राइब्स को दूर रखा गया।’
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