मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 10 हाथियों की मौत के लगभग एक सप्ताह बाद सरकार को तीन प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट मिल गई है. इनमें हाथियों की मौत का कारण अत्यधिक मात्रा में फ़ंगस लगी कोदो फसल को खाना बताया गया है.
लैब रिपोर्ट में हाथियों की मौत का कारण ज़्यादा मात्रा में फंगस लगी कोदो फसल को खाना बताया गया है. मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में 10 हाथियों की मौत हो गई थी. इस घटना के लगभग एक सप्ताह बाद सरकार को तीन प्रयोगशालाओं की रिपोर्ट मिली है.
इसके अलावा, स्कूल ऑफ़ वाइल्ड लाइफ़ फ़ॉरेंसिक एंड हेल्थ ने भी अपनी रिपोर्ट दी है. इसमें हर्पीज़ वायरस की पुष्टि नहीं हुई है और हाथियों की मौत की वजह विषाक्तता बताई गई है. लेकिन, इसके बावजूद अधिकारी निश्चित तौर पर यह नहीं कह पा रहे थे कि हाथियों की मौत की वजह क्या थी. उनका कहना था कि इसके लिये आगे की जांच ज़रूरी है.दिल्ली का प्रदूषण किसकी नाकामी, केंद्र और राज्य सरकारों पर क्यों उठ रहे हैं सवालइमेज कैप्शन,
उन्होंने कहा, “हाल ही में दो दिन पहले उमरिया में 30 मवेशी कोदो खाने से बीमार पड़ गये, लेकिन वो ठीक हो गए.”इसके जवाब में कृष्णमूर्ति कहते हैं कि यह मामला सिर्फ़ मौसम की वजह से हुआ है. बदले मौसम में जो नमीं पैदा हुई, उसने फ़सल में इन सूक्ष्म जीवों को बढ़ने में मदद की.इसका पूरी तरह से अध्ययन किया जाना चाहिए. इसलिए विभाग दूसरे राज्यों से भी इनपुट ले रहे हैं, ताकि किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके.स्कूल ऑफ़ वाइल्ड लाइफ़ फ़ॉरेंसिक एंड हेल्थ के डायरेक्टर रहे डॉ.
वहीं, केंद्र सरकार की भेजी गई वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो नई दिल्ली की टीम भी इलाक़े में जांच में जुटी है, लेकिन किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है.इस बीच, वन विभाग 13 हाथियों में से बचे 3 स्वस्थ हाथियों पर लगातार नज़र बनाए हुए है. इसके लिए 6 विशेष दल बनाए गए हैं.
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