मनमोहन सिंह की बेटी दमन सिंह द्वारा लिखित किताब 'स्ट्रिक्टली पर्सनलः मनमोहन एंड गुरशरण' में खुलासा हुआ है कि मनमोहन सिंह और प्रणब मुखर्जी के बीच आरबीआई गवर्नर रहते हुए बैंक स्थापना को लेकर कई मतभेद रहे थे।
जब बैंक की स्थापना को लेकर वित्त मंत्री से हुआ टकराव मनमोहन सिंह ने अपनी बेटी दमन सिंह की लिखी गई किताब 'स्ट्रिक्टली पर्सनलः मनमोहन एंड गुरशरण' में माना है कि आरबीआई गवर्नर रहते हुए उनके तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से कई गंभीर मुद्दों पर मतभेद रहे। इनमें एक मामला विदेशी बैंक - बैंक ऑफ क्रेडिट एंड कॉमर्स (बीसीसीआई) को भारत में कारोबार की अनुमति की मांग से जुड़ा था। इस बैंक का पाकिस्तान में भी करीब एक दशक पहले प्रचार हुआ था। 1980 के दशक में यह बैंक भारत में अपनी कुछ शाखाएं खोलना चाहता था।
जहां एक तरफ सरकार चाहती थी कि रिजर्व बैंक इस विदेशी बैंक बीसीसीआई को लाइसेंस दे दे, वहीं मनमोहन सिंह भारत में इस बैंक की स्थापना के खिलाफ थे। जहां आरबीआई ने विदेशी बैंक के भारत आने की खिलाफत में अपना रुख कड़ा कर लिया था, वहीं सरकार ने रिजर्व बैंक को निर्देश दिया था कि वह बीसीसीआई के आवेदन को मंजूरी दे दे। इसी टकराव में तब इंदिरा कैबिनेट में एक प्रस्ताव आया था, जिसमें रिजर्व बैंक की विदेशी बैंकों को लाइसेंस देने की ताकत को छीनने की बात कही गई थी। इस मामले ने इतना तूल पकड़ लिया कि तब मनमोहन सिंह ने इसके विरोध में अपना इस्तीफा वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री को भेज दिया था। हालांकि, सरकार ने उन्हें गवर्नर पद पर बने रहने के लिए मना लिया था। इतना ही नहीं इस दौर में ही ट्रैक्टर निर्माता कंपनी एस्कॉर्ट्स और डीसीएम को खरीदने की विदेशी उद्योगपति स्वराज पॉल की पेशकश पर भी प्रणब मुखर्जी और मनमोहन सिंह के बीच मतभेद रहा था। इसी किताब में मनमोहन सिंह के हवाले से लिखा गया कि रिजर्व बैंक के गवर्नर का पद भारतीय सिस्टम में काफी सम्मान का पद होता है। लेकिन वित्त मंत्रालय हमेशा गवर्नर की साख को कम करने की कोशिश करता है। उन्होंने कहा, 'आरबीआई का गवर्नर अधिकारों या वर्चस्व के मामले में वित्त मंत्रालय से बड़ा नहीं होता और अगर वित्त मंत्री जोर दें तो मुझे नहीं लगता कि गवर्नर सच में किसी बात से इनकार कर सकता है, खासकर अगर उसे नौकरी ही न छोड़नी हो तो।' प्रणब मुखर्जी ने अपनी किताब- 'द टर्बुलेंट इयर्स' में मनमोहन सिंह के रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से हटाए जाने का भी जिक्र किया था। उन्होंने साफ किया था कि मनमोहन को आरबीआई से हटाकर योजना आयोग में भेजने का फैसला प्रधानमंत्री राजीव ग..
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