महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति आश्चर्यजनक रूप से आगे चल रही है. राज्य में महिलाओं को सीधे पैसे भेजने वाली 'मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना' का इस जीत पर पर्याप्त प्रभाव होना बताया जा रहा है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मतगणना में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति प्रचंड जीत की ओर बढ़ती हुई दिख रही है. महायुति 214 सीटों पर बढत बनाए हुए है. महाराष्ट्र में ये रूझान तब आ रहे हैं, जब अभी छह महीने पहले हुए लोकसभा चुनाव में महायुति को करारी हार का सामना करना पड़ा था. इस हार के बाद राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार ने बजट में कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की थी. इसमें प्रमुख योजना थी, 'मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना'.यह योजना महिलाओं के खाते में सीधे रुपये भेजने की थी.
जिस तरह के रूझान मिल रहे हैं उससे लगता है कि राज्य की महिलाओं पर इस योजना का अच्छा-खासा असर हुआ है. महिलाओं ने बड़ी संख्या में बीजेपी को वोट किया है. महाराष्ट्र की 'मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना'में लाभार्थियों को 1500 रुपये दिए जाने हैं. महाराष्ट्र में अब तक दो करोड़ लाभार्थियों को इसकी तीन किस्तों का भुगतान किया गया है. महायुति ने ऐलान किया है कि अगर वो सत्ता में लौटी तो 1500 रुपये की रकम बढ़ा कर 2100 रुपये कर दी जाएगी. दूसरे राज्यों में महिलाओं के खाते में सीधे पैसे भेजे जाने को मिली राजनीतिक सफलता इस योजना के पीछे थी. बीजेपी खासकर मध्य प्रदेश में महिलाओं के लिए शुरू की गई 'लाडली बहना स्कीम'से प्रभावित थी. महायुति में शामिल शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने तो फिर सरकार में आने पर 'मुख्यमंत्री- मेरी लाडली बहन योजना'में तीन हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा कर रखा है. इस तरह की योजनाओं की सफलता को देख विपक्ष भी वादे करने में पीछे नहीं रहा. कांग्रेस के नेतृत्व वाले महा विकास अघाड़ी ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की 'महालक्ष्मी स्कीम' की तर्ज पर महाराष्ट्र की महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये देने और राज्य परिवहन निगम की बसों में बिना टिकट यात्रा का वादा किया है. लेकिन लगता है कि महाराष्ट्र की महिलाओं ने विपक्ष के वादों पर ऐतबार नहीं किय
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