शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान की 'मन्नत' बंगला बनाने वाली जमीन पर राज्य सरकार को एक्स्ट्रा पेमेंट किया गया था। कन्वर्जन फी की गिनती करते समय गलती हुई थी जिसके चलते शाहरुख-गौरी को 9 करोड़ रुपये की वापसी की मांग की गई है। अब राज्य सरकार इस याचिका को मंजूरी दे सकती है।
महाराष्ट्र सरकार एक्टर शाहरुख खान की लगभग 9 करोड़ रुपये की वापसी की मांग वाली याचिका को मंजूरी दे सकती है। जिसमें दावा किया गया है कि मुंबई उपनगरीय जिला के कलेक्टर को उस जमीन के लिए एक्स्ट्रा पैसा दिया गया था। जिस पर उनका घर 'मन्नत' बना हुआ है। बैंडस्टैंड, बांद्रा वेस्ट में शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान के नाम पर दर्ज ये बंगला, मूल रूप से राज्य सरकार की तरफ से पिछले मालिक को पट्टे पर दी गई जमीन पर बनाया गया है। बाद में सरकार ने सौदे को मंजूरी दी थी, जिसके बाद मालिक ने शाहरुख खान को...
से, उस पट्टे वाली जमीन पर मालिकाना हक पा सकते हैं। शाहरुख खान के 'मन्नत' मामले में गलतीगौरी और शाहरुख ने मार्च 2019 में रेडी रेकनर कीमतों का 25 प्रतिशत भुगतान किया, जो 27.
SHAH RUKH KHAN MANNAT PROPERTY REFUND GOVERNMENT
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
शाहरुख खान की ये पुरानी तस्वीर वायरल, फैंस हुए भावुकशाहरुख खान की ये पुरानी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में शाहरुख खान एक आदिवासी के रोल में दिखाई दे रहे हैं।
और पढो »
शाहरुख खान ने 'चामुंडा' को ठुकरा दियाशाहरुख खान ने मैडॉक फिल्म्स की हॉरर-कॉमेडी यूनिवर्स के प्रोजेक्ट 'चामुंडा' को ठुकरा दिया है।
और पढो »
इरफान खान ने बॉक्स ऑफिस पर तीनों खानों को पीछे छोड़ दियाइरफान खान की फिल्मों का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 25000 करोड़ पार है, जो शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान को पीछे छोड़ देता है.
और पढो »
सरकार महिलाओं को करोड़ों रुपये क्यों दे रही है?भारत सरकार महिलाओं को आर्थिक विकास और सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाएं चलाती है.
और पढो »
फल पेरेंट्स से क्या सीख सकते हैं|बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के पिता की सफलता की कहानी से हम सीख सकते हैं कि जीवन में असफलता भी एक सफलता की सीढ़ी साबित हो सकती है।
और पढो »
जापान ने प्रशांत महासागर में दुर्लभ पृथ्वी खनिजों का भंडार खोजायह खोज जापान की अर्थव्यवस्था को नया रूप दे सकती है और वैश्विक दुर्लभ खनिज आपूर्ति श्रृंखलाओं को बदल सकती है।
और पढो »