प्रदोष व्रत 2025: आज माघ मास का अंतिम प्रदोष व्रत है। इस दिन शिवलिंग पर विशेष चीजें अर्पित करने से व्यक्ति की किस्मत चमक सकती है। शिव पूजा के दौरान धतूरा, चंदन, शहद और गंगाजल का प्रयोग करना शुभ माना जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में प्रदोष व्रत महादेव को प्रसन्न करने के लिए शुभ माना जाता है। पंचांग के अनुसार, माघ माह का आखिरी प्रदोष व्रत आज यानी 9 फरवरी को किया जा रहा है। इस दिन पूजा करने के बाद गरीब लोगों में गर्म कपड़ों और अन्न का दान करें। इसके अलावा सच्चे मन से महादेव के नाम का ध्यान करना चाहिए। मान्यत है कि इन शुभ कामों को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और शिव जी की कृपा प्राप्त होती है। अगर आप अपना जीवन खुशहाल चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर विशेष चीजें
चढ़ाएं। माना जाता है कि विधिपूर्वक शिवलिंग का अभिषेक करने से करियर और कारोबार में सफलता हासिल होती है। साथ ही शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। ऐसे में आइए इस आर्टिकल में जानते हैं कि त्रयोदशी तिथि यानी प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर किन चीजों चढ़ाने से व्यक्ति की किस्मत चमक सकती है। प्रदोष व्रत 2025 डेट और शुभ मुहूर्त वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 9 फरवरी को शाम 07 बजकर 25 मिनट पर हो गई है और तिथि का समापन 10 फरवरी को शाम 06 बजकर 57 मिनट पर होगा। इस प्रकार माघ माह का अंतिम प्रदोष व्रत आज यानी 9 फरवरी को किया जा रहा है। शिवलिंग पर अर्पित करें चीजें धतूरा- अगर आप शुभ फल की प्राप्ति चाहते हैं, तो प्रदोष व्रत के दिन जलाभिषेक के दौरान शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाएं। साथ ही जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। मान्यता है कि शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाने से मन को शांति मिलती है और पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है। चंदन- इसके अलावा शिव पूजा के दौरान शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाएं। मान्यता है कि शिवलिंग पर चंदन का तिलक लगाने से घर सुख-समृद्धि हमेशा बनी रहती है। साथ ही महादेव की कृपा बनी रहती है। शहद- अगर आप धन में वृद्धि चाहते हैं, तो शिवलिंग का शहद से अभिषेक करें। इस उपाय को करने से धन में अधिक वृद्धि के योग बनते हैं। गंगाजल- प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करने के लिए जल में गंगाजल जरूर मिलाएं। माना जाता है कि जलाभिषेक में गंगाजल का प्रयोग न करने से पूजा का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है। गंगाजल से अभिषेक करने से व्यक्ति को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है
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