एक नए वायरस, मार्कबर्ग वायरस के कारण अफ्रीका में मौतों की संख्या बढ़ रही है। तंजानिया में आठ लोगों की मौत हो गई है और रवांडा में 15 लोग इस वायरस से मारे गए हैं। डब्ल्यूएचओ इस वायरस के खतरों से सावधान है और इस पर रोकथाम के उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दुनिया में एक और वायरस ने लोगों की जान लेना शुरू कर दिया है। कोरोना और एचएमपीवी के बाद इस वायरस के कारण अफ्रीकी देशों में कई लोगों की मौतें हुई हैं। अकेले तंजानिया में आठ लोगों की मौत हो गई है। इस नए वायरस से विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ भी सतर्क हो गया है। चीन से निकले एचएमपीवी वायरस की चर्चा अभी चल ही रही है। इसी बीच मार्कबर्ग वायरस भी आ गया है। इस वायरस से तंजानिया में आठ लोगों की मौत का मामला सामने आया है। यह वायरस अफ्रीका के ही रवांडा में 15 लोगों को मौत
की नींद सुला चुका है। समाचार एजेंसी एपी की रिपोर्ट के अनुसार नए वायरस मार्कबर्ग से हो रहीं मौतों पर डब्ल्यूएचओ भी गंभीर हो गया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उत्तरी तंजानिया में संदिग्ध मारबर्ग वायरस के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस अधेनम घेब्रेयेसस ने बताया, 'हमें तंजानिया में मारबर्ग नाम के वायरस से संक्रमित नौ मामलों का पता लगा है। इनमें से आठ लोगों की मौत हो चुकी है।' डब्ल्यूएचओ के अनुसार इबोला की तरह मारबर्ग वायरस फलों, चमगादड़ों से उत्पन्न होता है और संक्रमित व्यक्तियों के शारीरिक तरल पदार्थ या दूषित चादर जैसी सतहों के निकट संपर्क के माध्यम से अन्य लोगों के बीच फैलता है। 13 जनवरी 2025 को, @डब्ल्यूएचओ ने अपने सदस्य देशों और अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य नियमों (आईएचआर) के राज्य पक्षों को कागरा क्षेत्र, तंजानिया में संदिग्ह मारबर्ग वायरस रोग के प्रकोप की जानकारी दी। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि 88 प्रतिशत से अधिक लोगों के लिए मार्कबर्ग वायरस खतरनाक है। यदि समय पर इलाज नहीं कराया गया तो इस वायरस के संक्रमण से 88 प्रतिशत के करीब लोगों को यह परेशान कर सकता है और उनके लिए खतरनाक हो सकता है। क्या हैं वायरस के लक्षण इस वायरस में ज्यादा ब्लड बहने यानी रक्त हानि से मौत होना शामिल है। ध्यान देने वाली बात यह है कि मारबर्ग वायरस के लिए कोई आधिकारिक वैक्सीन अभी नहीं है। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि तंजानिया में इस वायरस के प्रकोप पर राष्ट्रीय और प्रांत स्तर पर मूल्यांकन भी उतना नहीं हो पा रहा है। उधर, तंजानिया के स्वास्थ्य विभाग की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस अफ्रीकी देश में मिला Marburg का पहला मामला अफ्रीकी देश रवांडा में 27 सितंबर को मार्कबर्ग वायरस का पहला मामला रिपोर्ट में आया था। इसकी घोषणा पिछले महीने यानी 20 दिसंबर को की गई। रवांडा के अधिकारियों ने बताया कि मार्कबर्ग के 66 मामले सामने आए और 15 मौतें हुई हैं। इनमें ज्यादातर वे थे, जिन्होंने मरीजों की देखभाल की। रवांडा के साथ सीमा साझा करने वाले कागेरा में 2023 में मार्कबर्ग से पांच लोगों की मौत हुई
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