भारत ये साफतौर पर देख रहा है कि मालदीव सरकार की नीति बीते कुछ समय से चीन की तरफ झुकाव की है। भारत इसे समझ रहा है लेकिन ये भी उम्मीद कर रहा है कि माले भारतीय संवेदनाओं का सम्मान करेगा और द्विपक्षीय संबंधों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखेगा।
माले: मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर 8 मई को तीन दिन के अपने दौरे पर भारत आए थे। नवंबर 2023 में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद मालदीव की ओर से भारत के लिए ये पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। मूसा जमीर ने इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से मुलाकात में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की। उन्होंने भारत से बजट सपोर्ट के लिए भी अनुरोध किया, जिस पर भारत ने सकारात्मक जवाब दिया। यह घटनाक्रम तब हुआ है जब दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं। मुइज्जू सरकार लगातार भारत के साथ संबंधों को कम कर...
की आर्मी के विरोध के बाद बदलना पड़ा इरादाभारत ने द्विपक्षीय सहयोग की संभावनाओं पर चर्चा करने और 76 भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए एक उच्च स्तरीय कोर समूह का प्रस्ताव रखा। भारत ने मालदीव को अपनी विकास सहायता 50% बढ़ाते हुए इसे 400 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 600 करोड़ कर दिया। इसके अलावा कई खाद्य वस्तुओं के निर्यात कोटा में 5% की वृद्धि की, जो कि 1981 के बाद से सबसे अधिक है। भारत ने आपसी हितों को रखा है कायममालदीव और भारत के विदेश मंत्रियों के बीच हुई ताजा बैठक के दौरान मालदीव ने मुइज्जू की भारत...
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