सपा सांसद रामभुआल निषाद ने सुल्तानपुर में मीडिया से बात करते हुए मेनका गांधी की याचिका पर कोर्ट के नोटिस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मेनका गांधी की याचिका रद्द हो चुकी है और अब कोई दावा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह बूथ कैप्चरिंग और अधिकारियों का दुरुपयोग करके सत्ता में बने रहने का प्रयास करती है। उन्होंने पूर्व सांसद मेनका गांधी के कार्यकाल पर भी सवाल उठाए।
अज़हर अब्बास, सुल्तानपुर: सांसद रामभुआल निषाद बुधवार को अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर पहुंचे। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की शिकायत पर कोर्ट की ओर से जारी नोटिस पर चुप्पी टूटी। सांसद रामभुआल निषाद ने कहा कि मेनका गांधी की याचिका रद्द हो चुकी है। अब दीवानी तो कहीं भी की जा सकती है। उसमें उनको कुछ मिलने वाला नहीं है। सांसद यही नहीं रुके उन्होंने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि सत्ता में बने रहने के लिए बूथ कैप्चरिंग से लेकर अधिकारियों को लगाकर वोट
प्रभावित करने का काम करती रही है। पूर्व सांसद ने नहीं किया कुछ काम- रामभुआल निषाद सांसद रामभुआल निषाद ने जयसिंहपुर में जिला पंचायत सदस्य ओपी चौधरी के आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने मेनका गांधी पर हमला बोला। सांसद ने कहा कि पूर्व सांसद ने क्या किया, वो देखने से लग रहा है। न सड़क है, न कोई बढ़िया हॉस्पिटल है। उनकी सरकार थी, लेकिन कोई रोजगार के अवसर नहीं मिले। न कोई फैक्ट्री लगी न कोई खाद के कारखाना लगा। अभी बीते दिनों खाद की इतनी किल्लत थी, जबकि सुल्तानपुर में किसानों की संख्या बड़ी है। खेतीबाड़ी का काम यहां ज़्यादा होता है। लिस्ट से नाम कटवाकर चुनाव जीत रही यह सरकार-सांसद मिलकीपुर में होने वाले उपचुनाव को लेकर हुए सवाल पर रामभुआल ने कहा कि सरकार सत्ता में बने रहने के लिए हर स्तर पर उतरकर बूथ कैप्चरिंग से लेकर अपने अधिकारियों को लगाकर वोट प्रभावित कर रही है। लिस्ट में नाम कटवाकर ये सरकार चुनाव जीत रही है। ये अपनी लोकप्रियता से कोई चुनाव नहीं जीत रही है। ये है मामला बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की पूर्व सांसद मेनका गांधी के मामले में सपा सांसद रामभुआल निषाद और चुनाव आयोग को नोटिस जारी की है। नोटिस जारी कर सपा सांसद और चुनाव आयोग से अपना पक्ष रखने को कहा है। पूर्व सांसद ने जनप्रतिनिधि कानून को चुनौती दी थी। धारा-81 में चुनाव याचिका दाखिल करने के लिए 45 दिन की समय सीमा तय की गई। समय सीमा में दाखिल न होने के कारण इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मेनका गांधी की चुनाव याचिका खारिज कर दी थी। जिसके बाद पूर्व सांसद ने कानून के प्रावधान को ही कोर्ट में चुनौती दी
RAMBUHAL NISAD MEENAK GANDHI COURT NOTICE ELECTION GOVERNANCE
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
रमेश बिधूड़ी पर प्रियंका गांधी का जवाबबीजेपी प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी ने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी पर और दिल्ली की सीएम आतिशी पर विवादित टिप्पणी की है। प्रियंका गांधी ने रमेश बिधूड़ी के बयान पर जवाब दिया है।
और पढो »
सुप्रीम कोर्ट ने मेनका गांधी की याचिका पर सुनवाई से इनकार कियापूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने चुनाव याचिका दायर करने के लिए 45 दिन की समयसीमा को चुनौती दी थी, पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया।
और पढो »
इजरायल ने खामेनेई को महसा अमीनी की तस्वीर से दिया जवाबईरान के सुप्रीम लीडर के महिलाओं के 'नेक' विचारों पर इजरायल ने जवाब दिया है.
और पढो »
प्रियंका गांधी पर 'फिलिस्तीन' बैग का कटाक्षकांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के 'फिलिस्तीन' बैग पर कटाक्ष का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि युवाओं को युद्ध क्षेत्र में भेजना शर्म की बात है।
और पढो »
केआरके ने मीका सिंह पर कसा तंजबॉलीवुड सिंगर मीका सिंह के विवादित बयानों पर केआरके ने जवाब दिया है.
और पढो »
सोनाक्षी सिन्हा ने मुकेश खन्ना को दिया जवाबसोनाक्षी सिन्हा ने मुकेश खन्ना के रामायण के बारे में सवालों के जवाब न देने पर दिए गए बयान पर जवाब दिया है।
और पढो »