मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में अब बच्चों के दिल की जांच और उपचार की सुविधा

HEALTH समाचार

मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में अब बच्चों के दिल की जांच और उपचार की सुविधा
HEALTHCARDIOLOGYCHILDREN
  • 📰 News18 India
  • ⏱ Reading Time:
  • 77 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 51%
  • Publisher: 51%

मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में अब बच्चों के दिल से संबंधित हर प्रकार की जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे बच्चों को दिल्ली और अन्य प्राइवेट अस्पतालों की ओर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ की बात करें तो लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज एक प्रमुख केंद्र माना जाता है. जहां गरीब, मध्य वर्ग के लोग अपना इलाज करते हुए दिखाई देते हैं. ऐसे में देखा जा रहा है कि हार्ट अटैक, कार्डियो अटैक की भी घटनाएं तेजी से बढ़ रही है. जिसमें कि बड़ों को तो लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में इलाज मिल जाता है. लेकिन बच्चों के इलाज के लिए दिल्ली सहित प्राइवेट अस्पतालों की तरफ रुख करना पड़ता था.

लेकिन अब मेडिकल कॉलेज में बच्चों के दिल से संबंधित हर प्रकार की जांच एवं उपचार भी किया जा सकेगा. यह जानकारी लोकल से खास बातचीत करते हुए मेरठ मेडिकल कॉलेज में कार्यरत पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ मुनेश तोमर ने कहीं. जन्मजात बच्चों की भी हो सकेगी जांच डॉ मुनेश तोमर बताती है कि प्रत्येक 100 में से एक ऐसा बच्चा होता है कि जो की दिल से संबंधित बीमारी से एक ग्रस्त होता है. लेकिन जागरूकता के अभाव के कारण उसको सही समय पर ट्रीटमेंट नहीं मिल पाता. जिससे कि यह बीमारी धीरे-धीरे घातक स्तर पर पहुंच जाती है. ऐसे में अब लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज में ही नवजात की जांच कर अगर उसे किसी भी प्रकार की कोई समस्या होगी. तो उसका उपचार किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि सबसे खास बात यह है कि यहां पर ओपीडी में दिखाने के लिए मात्र एक रुपए का पर्चा बनवाना होगा.साथ ही 100 रुपए की फीस में यहां पर फीटल एंजियोग्राफी की सुविधा भी मिलेगी. इतना ही नहीं बच्चों की एंजियोग्राफी से लेकर गर्भवती मां के फीटल ईको कार्डियोग्राफी भी यहां की जा सकेगी. इसके लिए यहां पर सभी तरह की आधुनिक मशीन मौजूद हैं. यह है कुछ लक्षण डॉ मुनेश तोमर कहती है कि नवजात बच्चों के लक्षण देखकर दिल की बीमारी का पता लगाया जा सकता है. जिसमें कि यदि बच्चा पैदा होने के बाद दूध नहीं पीता है. उसका शरीर नीला रहता है. ज्यादा पसीना आता है. या अन्य प्रकार की कोई भी समस्या हो तो तुरंत एक्सपर्ट को दिखाएं. हालांकि वह कहती है कि जरूरी नहीं की सभी समस्याएं हृदय की बीमारी से संबंधित हो. लेकिन एक्सपोर्ट को दिखाना अच्छा साबित हो सकता है. आधुनिक सुविधाओं से लैस है यह बिल्डिंग बताते चलें कि उत्तर प्रदेश शासन के दिशा निर्देश अनुसार मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक संचालित किया जा रहा ह

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

News18 India /  🏆 21. in İN

HEALTH CARDIOLOGY CHILDREN TREATMENT MERTH

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

विटामिन बी12 की कमी: लक्षण, कारण और उपचारविटामिन बी12 की कमी: लक्षण, कारण और उपचारविटामिन बी12 की कमी के लक्षण, कारण, और उपचार के बारे में जानकारी।
और पढो »

डॉक्टर के माता-पिता ने हाई कोर्ट में की सीबीआई जांच पर आपत्ति, मांगी अदालत का हस्तक्षेपडॉक्टर के माता-पिता ने हाई कोर्ट में की सीबीआई जांच पर आपत्ति, मांगी अदालत का हस्तक्षेपकोलकाता में हुई डॉक्टर की हत्या के मामले में, पीड़िता के माता-पिता ने सीबीआई की जांच पर आपत्ति जताई है और हाई कोर्ट में अदालत के हस्तक्षेप की मांग की है।
और पढो »

दिल्ली स्कूलों में बच्चों के दस्तावेजों की जांच का आदेशदिल्ली स्कूलों में बच्चों के दस्तावेजों की जांच का आदेशदिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग ने चुनावों के पूर्व में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों को रोकने के लिए स्कूलों में बच्चों के दस्तावेजों की जांच का आदेश दिया है.
और पढो »

प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए स्लीपिंग पॉड की खास सुविधाप्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए स्लीपिंग पॉड की खास सुविधाप्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्लीपिंग पॉड की सुविधा शुरू की गई है।
और पढो »

रांची में एक और मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए 1,074 एकड़ जमीन चिन्हांकितरांची में एक और मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए 1,074 एकड़ जमीन चिन्हांकितझारखंड सरकार ने रांची में एक और मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए 1,074 एकड़ जमीन चिन्हांकित की है।
और पढो »

यूरिक एसिड कम करने का आयुर्वेदिक फार्मूलायूरिक एसिड कम करने का आयुर्वेदिक फार्मूलायह लेख यूरिक एसिड की समस्या और उसके आयुर्वेदिक उपचार के बारे में जागरूकता बढ़ाता है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-16 12:51:28