मोहन भागवत ने बुलाया हिंदू एकता सम्मेलन, कहा - 'एकजुट होकर ही समाज फल सकता है'

धर्म समाचार

मोहन भागवत ने बुलाया हिंदू एकता सम्मेलन, कहा - 'एकजुट होकर ही समाज फल सकता है'
हिंदू एकतामोहन भागवतआरएसएस
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 66 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 51%
  • Publisher: 63%

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने केरल में आयोजित हिंदू एकता सम्मेलन में हिंदू समाज के लिए एकजुटता का महत्व बताया. उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को एकजुट रहकर ही फल-फूल सकता है. उन्होंने सभी हिंदुओं को जाति, क्षेत्र या भाषा की परवाह किए बिना एक होने का आह्वान किया. उन्होंने पर्यावरण संरक्षण जैसे तीन छोटी-छोटी चीजों को भी अपनाकर पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी बनने का आह्वान किया.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि हिंदू समाज तभी फल-फूल सकता है जब हिंदू समाज के अंदर एकता रहेगी और ये आपस में एकजुट रहेंगे. उन्होंने जाति, क्षेत्र या भाषा की परवाह किए बिना सभी हिंदुओं को एक होने का आह्वान किया. भागवत ने केरल के चेरुकोलपुझा हिंदू धार्मिक बैठक में आयोजित हिंदू एकता सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि एकजुट समाज फलता-फूलता है, जबकि जो विभाजित होता है वह सूख जाता है.

उन्होंने आगे कहा कि हिंदू होना एक स्वभाव है जहां लोग ज्ञान का उपयोग ज्ञान बढ़ाने के लिए, धन का उपयोग दान के लिए और शक्ति का उपयोग कमजोरों की मदद करने के लिए करते हैं. आरएसएस प्रमुख ने कहा कि हिंदू धर्म में कोई भी श्रेष्ठ या निम्न नहीं है. इस धर्म में जाति कोई मायने नहीं रखती है. पर्यावरण के प्रति उत्तरदायी बनना है मोहन भागवत ने सभी से दूसरों का सम्मान करने का आग्रह किया और कहा कि अगर सभी हिंदू एकजुट हो जाएं, तो इससे दुनिया को फायदा होगा. वहीं भागवत ने इस एकता को हासिल करने के तरीके भी सुझाए, जिनमें स्वयं को जानना, सभी के साथ समान व्यवहार करना और पर्यावरण की रक्षा करना शामिल है. उन्होंने कहा कि पर्यावरण की रक्षा के लिए नीति में बदलाव करने में समय लगेगा. हालांकि उन्होंने तीन सुझाव दिए और कहा कि लोग तीन छोटी चीजें कर सकते हैं. उन्होंने लोगों से अपील की कि वो पानी बचाएं, पेड़ लगाएं और प्लास्टिक को खत्म करें, जिससे पर्यावरण की रक्षा होगी. पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है मोहन भागवत ने सवाल किया कि हमारे युवा नशे के आदी क्यों हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि घर में कोई संस्कार नहीं हैं. भागवत ने कहा कि अगर हर कोई एकजुट होकर काम करे तो हिंदू एकता हासिल की जा सकती है. पूरी दुनिया हिंदुस्तान को रास्ता दिखाने का इंतजार कर रही है. भागवत दो दिवसीय यात्रा पर केरल में हैं और छह फरवरी को वो केरल से वापस आएंगे. बता दें कि आरएसएस प्रमुख संगठनात्मक गतिविधियों के तहत जनवरी में छह दिनों के लिए राज्य में थे.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

हिंदू एकता मोहन भागवत आरएसएस केरल पर्यावरण संरक्षण हिंदू धर्म

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मंदिर-मस्जिद विवाद: RSS में उदार-कट्टर हिंदुत्व का टकरावमंदिर-मस्जिद विवाद: RSS में उदार-कट्टर हिंदुत्व का टकरावमूल्यांकन के अनुसार, RSS प्रमुख मोहन भागवत के मंदिर-मस्जिद विवाद पर हालिया बयानों ने हिंदू समाज को कट्टर और उदार हिंदुत्व के बीच विभाजित कर दिया है।
और पढो »

राहुल गांधी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आरोप लगायाराहुल गांधी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आरोप लगायाकांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि RSS प्रमुख मोहन भागवत का बयान राजद्रोह जैसा है। उन्होंने कहा कि भागवत के बयान से हर भारतीय का अपमान हुआ है।
और पढो »

मोहन भागवत: भारत की आजीविका का रास्ता श्री राम मंदिर से होकर जाता हैमोहन भागवत: भारत की आजीविका का रास्ता श्री राम मंदिर से होकर जाता हैRSS प्रमुख मोहन भागवत के अनुसार, भारत की 5000 साल पुरानी परंपरा भगवान राम, कृष्ण और शिव से शुरू हुई है और देश की आजीविका का रास्ता श्री राम मंदिर से होकर जाता है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन भारत के आत्म जागरण के लिए था।
और पढो »

मोहन भागवत के 'सच्ची आजादी' बयान पर राहुल गांधी का कड़ा जवाबमोहन भागवत के 'सच्ची आजादी' बयान पर राहुल गांधी का कड़ा जवाबमोहन भागवत ने कहा था कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को प्रतिष्ठा द्वादशी के तौर पर मनाया जाना चाहिए. इसे ही भारत का 'सच्चा स्वतंत्रता' दिवस मानना चाहिए. राहुल गांधी ने नई दिल्ली में बुधवार को कांग्रेस के नए मुख्यालय के उद्घाटन के मौके पर भागवत के इस बयान का जवाब दिया. राहुल गांधी ने कहा कि मोहन भागवत में ये दुस्साहस है कि हर दो-तीन दिन में वो देश को ये बताते रहते हैं कि आज़ादी के आंदोलन को लेकर वो क्या सोचते हैं. राहुल गांधी ने कहा, ''मोहन भागवत ये कह रहे थे कि संविधान बेमानी है. उनके बयान का मतलब ये है कि ब्रिटिश शासन के ख़िलाफ़ लड़कर हासिल की गई हर चीज़ बेमानी है और उनके अंदर इतना दुस्साहस है कि वो सार्वजनिक तौर पर ये बात कह रहे हैं. मोहन भागवत ने अगर ये बयान किसी और देश में दिया होता तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई होती. ये देशद्रोह करार दिया जाता और वो गिरफ़्तार हो जाते. ''
और पढो »

मोहन भागवत झूठ बोल रहे हैं, प्रणब मुखर्जी के जीते जी ये बयान क्यों नहीं दिया? क्यों बिफर गए बिशपमोहन भागवत झूठ बोल रहे हैं, प्रणब मुखर्जी के जीते जी ये बयान क्यों नहीं दिया? क्यों बिफर गए बिशपCatholic Bishops body slams Bhagwat remarks: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान ने पूरे देश में एक नई बहस छेड़ दी है, जिसपर अब भारत के कैथोलिक बिशपों का स्थायी संघ ने विरोध जताया है. तो आइए जानते हैं आखिर मोहन भागवत ने ऐसा क्या ही कहा? और क्यों बिशप लोग जता रहे विरोध.
और पढो »

मिचेल मार्श को मेलबर्न रेनेगेड्स ने बीबीएल में 'गोल्डन डक' दे दीमिचेल मार्श को मेलबर्न रेनेगेड्स ने बीबीएल में 'गोल्डन डक' दे दीऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श ने बीबीएल में पहली ही गेंद पर आउट होकर 'गोल्डन डक' बनाया।
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 04:17:50