Mathura News: मथुरा के गरुण गोविंद मंदिर में आज भी कान्हा के छठी के साक्ष्य मौजूद हैं. यहां का वट वृक्ष भगवान के छठी पूजन की याद दिलाता है. कहा जाता है कि इस वृक्ष ने जब उगना शुरू किया था, तब कान्हा के छठी का पूजन किया गया था.
निर्मल कुमार राजपूत/मथुरा: भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का दर्शन आपको ब्रज के कण-कण में देखने को मिल जायेगा. लाला की छठी पूजन से भी इस मंदिर की मान्यता जुडी है. कहा जाता है कि भगवान का छठी पूजन यहीं हुआ था. यहां एक ऐसा वृक्ष है, जो कि कृष्ण के छठी पूजन के साथ बड़ा हुआ और आज भी उस समय की याद दिलाता है. मान्यता है कि इस वृक्ष को प्रणाम करने से सभी मनोकामनायें पूर्ण हो जाती हैं.
छटीकरा गांव का नाम श्री कृष्ण के छठी के समय से ही रखा चला आ रहा है. उन्होंने बताया कि मंदिर के मुख्य गेट पर यहां एक विशाल वट वृक्ष खड़ा हुआ है. मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि यह वट वृक्ष श्री कृष्ण की छठी पूजन के समय से चला आ रहा है. कहा यह भी जाता है कि यह वृक्ष भगवान श्री कृष्ण के छठी पूजन के समय से ही बड़ा होना शुरू हुआ था. श्री कृष्ण से यह पेड़ बहुत बड़ा है. मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं श्रद्धालु यहां मंदिर पर हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
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