50 साल पहले आज से तेज चलती थी राजधानी एक्सप्रेस? वक्त के साथ कम हुई रफ्तार; स्पीड जान चौंक जाएंगे आप
50 साल पहले आज से तेज चलती थी राजधानी एक्सप्रेस ? वक्त के साथ कम हुई रफ्तार; स्पीड जान चौंक जाएंगे आप राजधानी एक्सप्रेस जो कभी भारत की तेज़ ट्रेन ों का सपना हुआ करती थी, समय के साथ स्पीड के मामले में ज्यादा प्रोग्रेस नहीं कर पाई. राजधानी एक्सप्रेस भारत की उन चुनिंदा ट्रेन ों में शामिल है जिनकी औसत रफ्तार सबसे ज्यादा है. मार्च 1969 में भारतीय रेलवे ने राजधानी एक्सप्रेस लॉन्च की थी. हावड़ा-दिल्ली रूट पर चलने वाली देश की पहली हाई- स्पीड ट्रेन थी.
देश की पहली राजधानी एक्सप्रेस अपने समय में लक्जरी और रफ्तार की रानी मानी जाती थी. इस ट्रेन ने ट्रैवल का समय अन्य ट्रेनों की तुलना में काफी कम कर दिया और देश को तेज गति वाली ट्रेनों का सपना दिखाया.हालांकि, इसके 50 साल बाद भी दुनिया की सबसे तेज ट्रेन की बराबरी करने का सपना अधूरा है. जापान की शिंकानसेन और फ्रांस की टीजीवी जैसी ट्रेनें 300 किमी/घंटे से अधिक की गति से दौड़ती हैं.1973 में हावड़ा-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ने यह सफर 17 घंटे 20 मिनट में पूरा किया था, जिसकी अधिकतम गति 120 किमी/घंटा थी. आज 2025 में यह सफर 17 घंटे 15 मिनट में होता है, जबकि अधिकतम गति बढ़कर 130 किमी/घंटा हो चुकी है. फिर भी औसत गति 84 किमी/घंटा पर रुकी हुई है.हालांकि, मुंबई-दिल्ली रूट पर चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस की यात्रा समय में कमी आई है. मुंबई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ने 1975 में 19 घंटे 5 मिनट में यात्रा पूरी की थी. आज यह समय घटकर 15 घंटे 32 मिनट हो गया है. हालांकि, औसत गति 89 किमी/घंटा ही है, जो यूरोप की लोकल ट्रेनों की गति से भी कम है.वहीं, दिल्ली-चेन्नई राजधानी एक्सप्रेस की औसत स्पीड कम ही हो गई है. साल 1993 में चेन्नई-दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की शुरुआत हुई थी. लेकिन समय के साथ इसकी स्पीड और कम ही हो गई है. 1995 में यह दूरी 28 घंटे 15 मिनट में पूरी होती थी, जबकि 2025 में यह समय बढ़कर 28 घंटे 35 मिनट हो गया है.इससे स्पष्ट है कि राजधानी एक्सप्रेस जो कभी भारत की तेज़ ट्रेनों का सपना हुआ करती थी, समय के साथ स्पीड के मामले में ज्यादा प्रोग्रेस नहीं कर पाई. यह भारतीय रेलवे की कंस्ट्रक्टिव चैलेंजेस और सुधार की धीमी गति को दर्शाता ह
राजधानी एक्सप्रेस रेलवे स्पीड भारतीय रेलवे ट्रेन
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
जयमताड़ा : अजय बराज नहर योजना में 49 साल का विलंब49 साल के बाद भी अजय बराज नहर योजना का निर्माण अधूरा है। 1975 में शुरू की गई इस योजना का लक्ष्य जमताड़ा और देवघर जिलों के खेतों में पानी पहुंचाना था
और पढो »
Muzaffarpur Metro: पटना के बाद मुजफ्फरपुर में दौड़ेगी मेट्रो, रूट तयMuzaffarpur Metro Route: राजधानी पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर में भी मेट्रो का सपना साकार होने वाला है Watch video on ZeeNews Hindi
और पढो »
कबीर खान ने अपनी पहली फिल्म ‘काबुल एक्सप्रेस’ के 18 साल पूरे होने का मनाया जश्नकबीर खान ने अपनी पहली फिल्म ‘काबुल एक्सप्रेस’ के 18 साल पूरे होने का मनाया जश्न
और पढो »
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में 37 साल बाद धसान नदी पर पुल का निर्माणउत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में धसान नदी पर एक पुल बनने जा रहा है। 37 साल के बाद अब दर्जनों गांवों के लोगों का सपना साकार होगा।
और पढो »
दिल्ली में नए साल का जश्नराजधानी दिल्ली में नए साल 2025 का स्वागत उत्साह और धार्मिक भावना के साथ किया गया।
और पढो »
MP Weather: 58 साल बाद भीषण ठंड; टूटे रिकॉर्ड, कई जिलों में कड़ाके की सर्दी, जानें मौसम का ताजा अपडेटमध्य प्रदेश में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ रही है। लगभग 58 साल बाद राजधानी भोपाल का न्यूनतम तापमान 3.
और पढो »