रेगिस्तानी इलाके में बोरवेल की खुदाई के दौरान अचानक बहुत ज्यादा दबाव के साथ पानी बहने लगा। पानी के साथ लाखों साल पुरानी रेत भी निकली है।
जनवरी 2025 में प्रयागराज के संगम पर कुंभ मेले का आयोजन होना है, जहां गंगा, यमुना और मिथकीय सरस्वती नदी मिलती मानी जाती हैं। पश्चिमी राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके में बसे जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ में बोरवेल की खुदाई के दौरान बहुत ज्यादा दबाव के साथ तेज गति से पानी बाहर निकलने लगा। पानी का दबाव इतना ज्यादा था कि लोग उसे देखकर हैरान रह गए। देखते-देखते पानी आस-पास के इलाके में भर गया और पानी रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था। पानी का बहाव और फैलाव इतना तेज और ज्यादा था कि खुदाई करने वाली मशीन और ट्रक
तक जमीन में समा गए। हालांकि सोमवार सुबह करीब 50 घंटे लगातार तेज दबाव के साथ बहने के बाद पानी अब रुक गया है लेकिन लोग इस बात को लेकर आशंकित हैं कि कहीं पानी फिर इसी तरह से तो नहीं आ जाएगा। आशंका इस बात की भी जताई जा रही है कि पानी के साथ जहरीली गैस भी फिर निकल सकती है। जमीन से अचानक बड़ी मात्रा में पानी निकलने की इस घटना के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकार के भूजल विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं और जांच में जुटी हैं। तमाम वैज्ञानिक कारणों के अलावा इलाके में इस बात की भी चर्चा हो रही है कि कहीं सैकड़ों साल पहले विलुप्त हो चुकी सरस्वती नदी के अस्तित्व की वजह से तो ये पानी बाहर नहीं आ गया। लेकिन इसमें सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि पानी के साथ लाखों साल पुरानी रेत भी निकल रही है। भू-जल विशेषज्ञों का कहना है कि जमीन से निकली ये रेत टर्शरी काल की है। ऐसे में संभावना है कि जो पानी निकला है वो करीब साठ लाख साल पुराना होता हो सकता है जिसके अध्ययन की जरूरत है और उसके बाद ही पता चल सकेगा कि ये पानी कहां से आया। इसके लिए कुछ और कुओं को खोदने की जरूरत होगी। भूवैज्ञानिकों का मानना है कि हो सकता है कि ये चट्टानें और ये पानी समंदर से मरूस्थल में तब्दील होने के दौरान का हो जब भूगर्भीय परिवर्तन से यह इलाका रेगिस्तान में बदला था। मोहनगढ़ में जमीन से पानी निकलना तो फिलहाल बंद हो गया है लेकिन आस-पास के इलाकों में सावधानी बरती जा रही है। जैसलमेर के जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत आदेश जारी कर बोरवेल के 500 मीटर के चारों ओर को निषिद्ध क्षेत्र घोषित कर दिया गया है और आम नागरिकों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया दिया गया है
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