राम मंदिर ट्रस्ट का कैसा होगा स्वरूप, महंत नृत्य गोपाल दास का नाम प्रमुख के लिए सबसे आगे

इंडिया समाचार समाचार

राम मंदिर ट्रस्ट का कैसा होगा स्वरूप, महंत नृत्य गोपाल दास का नाम प्रमुख के लिए सबसे आगे
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 65 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 29%
  • Publisher: 63%

सूत्रों की मानें तो रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का प्रमुख बनाया जा सकता है (abhishek6164)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया. पीएम ने कहा कि यह ट्रस्ट मंदिर निर्माण से जुड़े हर फैसले लेने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 सदस्य होंगे, जिनमें एक दलित और एक महिला सदस्य को भी जगह दी जाएगी. ट्रस्ट में शामिल किए जाने वालों में जो नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं, उनमें रामजन्मभूमि न्यास से लेकर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े हुए लोगों की चर्चाएं हैं.

निर्मोही अखाड़ा से महंत धीरेंद्र दास को ट्रस्ट का सदस्य बनाया जा सकता है. निर्मोही अखाड़ा अयोध्या मामले में मुख्य पक्षकारों में से एक था. गोरखनाथ पीठ से भी एक सदस्य को ट्रस्ट में जगह मिल सकती है. राम मंदिर आंदोलन में गोरखनाथ पीठ का अहम भूमिका रही है. इसमें योगी आदित्यनाथ के गुरु अवैद्यनाथ से लेकर दिग्विजय नाथ की अहम भूमिका रही है. ऐसे में गोरखनाथ पीठ से जुड़े हुए एक सदस्य को ट्रस्ट में शामिल किया जा सकता है.

विश्व हिंदू परिषद से चंपत राय को श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जगह मिल सकती है. अयोध्या आंदोलन में वीएचपी की अहम भूमिका रही है.अयोध्या आंदोलन में पहली पंक्ति में रहने वाले अशोक सिंघल के परिवार के एक सदस्य को जगह मिल सकती है. इसमें अशोक सिंघल के भतीजे सलिल सिंघल को ट्रस्ट में सदस्य बनाया जा सकता है.अशोक सिंघल वीएचपी के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हैं और राम मंदिर आंदोलन के मुख्य नामों में से एक हैं.

इसके अलावा राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे विष्णु हरी डालमिया के परिवार से भी एक सदस्य को जगह मिल सकती है, जिसके लिए पुनीत डालमिया का नाम संभावित सदस्यों में है. विष्णु हरी डालमिया विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं.श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में एक महिला सदस्य और एक दलित सदस्य भी बनाया जा सकता है. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट में दक्षिण भारत से लोगों को शामिल किया जा सकता है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मोदी ने संसद में की राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणामोदी ने संसद में की राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणासुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को राम मंदिर ट्रस्ट के गठन के लिए तीन महीने का समय दिया था.
और पढो »

मोदी सरकार ने मंदिर के लिए बनाया ट्रस्ट, मस्जिद के लिए जमीन देगी योगी सरकारमोदी सरकार ने मंदिर के लिए बनाया ट्रस्ट, मस्जिद के लिए जमीन देगी योगी सरकारपीएम मोदी ने कहा कि सर्वोच्च अदालत के आदेश के अनुसार गहन विचार विमर्श और संवाद के बाद अयोध्या में पांच एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को आवंटित करने का अनुरोध यूपी सरकार से किया गया, इस पर राज्य सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है
और पढो »

राम मंदिर ट्रस्ट: एक दलित समेत कुल 15 ट्रस्टी होंगे, गृहमंत्री ने बतायाराम मंदिर ट्रस्ट: एक दलित समेत कुल 15 ट्रस्टी होंगे, गृहमंत्री ने बतायाअमित शाह ने बताया कि ‘श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में 15 न्यासी होंगे, एक न्यासी दलित समाज से होगा। इसमें किसी भी राजनीतिक दल का सदस्य शामिल नहीं होगा।
और पढो »

पांच सदी के बाद बनेगा राम मंदिर, जानिए अयोध्या मामले में कब-कब क्या हुआपांच सदी के बाद बनेगा राम मंदिर, जानिए अयोध्या मामले में कब-कब क्या हुआप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का ऐलान किया. सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर के पक्ष में फैसला दिया था और तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने की मियाद तय की थी, जिसपर सरकार ने अमल किया. अयोध्या में पांच सदी पुराने विवाद का हल पिछले साल अगस्त में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हुआ.
और पढो »



Render Time: 2025-02-26 05:16:09