अमेरिका ने रूस के खिलाफ ताजा प्रतिबंध लगाए हैं जिसमें भारत, चीन और तुर्की सहित कई देशों की लगभग 400 कंपनियों और व्यक्तियों को निशाना बनाया गया है.
जुलाई में मॉस्को यात्रा के दौरान रूसी राष्ट्रपति से मिलते भारत के प्रधानमंत्रीने दुनिया के अलग-अलग देशों की 398 कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए हैं. इनमें भारत की कई कंपनियां शामिल हैं. यूक्रेन युद्ध के कारण रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों के बावजूद उसके साथ व्यापार कर रहीं कंपनियों पर यह कार्रवाई की गई है. नए प्रतिबंध अमेरिकी वित्त और विदेश मंत्रालयों की एक व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं, जिसका मकसद रूस की सैन्य उपकरणों की सप्लाई चेन को तोड़ना है.
एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि भारत की इन गतिविधियों पर चिंता बढ़ रही है. इस अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा,"भारत के साथ हमने इस बारे में बहुत स्पष्ट और सीधी बात की है कि इससे पहले कि वे और आगे बढ़ें, हम इन उभर रही प्रवृत्तियों को रोकना चाहते हैं." अमेरिका ने पिछले साल कईये प्रतिबंध रूस की उन्नत तकनीकों और उच्च प्राथमिकता वाले सामान की सप्लाई को रोकने की एक व्यापक अमेरिकी रणनीति का हिस्सा है, जिनकी जरूरत रूस को यूक्रेन में अपने युद्ध को जारी रखने के लिए है.
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा,"यह कदम इन देशों की सरकारों और निजी क्षेत्र के लिए एक गंभीर संदेश है कि अमेरिकी सरकार प्रतिबंधों के उल्लंघन का मुकाबला करने के लिए प्रतिबद्ध है, और रूस पर दबाव बनाए रखेगी ताकि वह यूक्रेन के खिलाफ अपना युद्ध खत्म करे."
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
चीन ने भारत को ताइवान संबंधों पर चेतावनी दीताइवान के भारत में मुंबई में वाणिज्य दूतावास खोलने के बाद चीन भारत से नाराज है और उसने ताइवान संबंधों पर विवेकपूर्ण रवैया अपनाने का आग्रह किया है।
और पढो »
विदेश मंत्री जी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हैंविदेश मंत्री एस जयशंकर ने रूस के साथ भारत के बढ़ते संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग में वृद्धि हो रही है।
और पढो »
ट्रंप ने चीन पर साधा निशाना, कहा- अमेरिकी के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना हैट्रंप ने चीन पर साधा निशाना, कहा- अमेरिकी के पास दुनिया की सबसे ताकतवर सेना है
और पढो »
यूक्रेनी जमीन पर लहराए रूस और उत्तर कोरिया के झंडे, रूस समर्थक ब्लोगर का दावायूक्रेनी जमीन पर लहराए रूस और उत्तर कोरिया के झंडे, रूस समर्थक ब्लोगर का दावा
और पढो »
आईपीओ में उछाल से भारत का प्राथमिक बाजार विकास पथ पर अग्रसरआईपीओ में उछाल से भारत का प्राथमिक बाजार विकास पथ पर अग्रसर
और पढो »
अमेरिकी प्रतिबंधों का भी डर नहीं, रूस से पैंटसिर मिसाइल सिस्टम खरीद रहा सऊदी अरब, भारत की नकल पड़ेगी भारी?इसके पहले तुर्की ने रूस के एस-400 वायु रक्षा प्रणाली खरीदी थी, जिसके बाद उसे अमेरिकी प्रकोप का शिकार होना पड़ा था। अमेरिका ने तुर्की को एफ-35 स्टील्थ फाइटर कार्यक्रम से बाहर कर दिया था। हालांकि, उसी अमेरिका ने एस-400 खरीदने वाले भारत के साथ रक्षा सहयोग बरकरार रखा...
और पढो »