अलग-अलग प्रदेशों में लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने का भारतीय रेल का यह बहुत बड़ा प्रयास माना जा रहा है. (Milan_reports)
भारतीय रेलवे ने 23 मई तक 2800 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है जिनमें तकरीबन 37 लाख यात्रियों ने सफर किया. अलग-अलग प्रदेशों में लॉकडाउन में फंसे प्रवासियों को उनके घर तक पहुंचाने का भारतीय रेल का यह बहुत बड़ा प्रयास माना जा रहा है. लॉकडाउन के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से खबरें आईं कि प्रवासी मजदूर पैदल अपने घर के लिए निकल पड़े क्योंकि आवागमन का कोई साधन नहीं था. इसे देखते हुए रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का फैसला किया ताकि यात्री सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच सकें.
पटरियों पर ट्रेनों की आवाजाही बढ़ने से रेल ट्रैफिक कुछ व्यस्त हुआ है लेकिन अब धीरे-धीरे उसमें सुधार देखा जा रहा है. ट्रेनों पर चढ़ने और उतरने के वक्त कई तरह की हिदायतों का ख्याल रखना पड़ता है, इसमें कई प्रक्रियाएं पूरी की जानी होती हैं. लिहाजा, ट्रेन के सफर में अच्छा-खासा समय लग रहा है.ट्रेनों की भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव किए हैं. कई ट्रेनों को मथुरा और झारसूगुड़ा के रास्ते भेजा गया है.
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