लोकसभा चुनाव: राजनीति में कितना प्रभाव रखते हैं पंजाब और हरियाणा के डेरे

इंडिया समाचार समाचार

लोकसभा चुनाव: राजनीति में कितना प्रभाव रखते हैं पंजाब और हरियाणा के डेरे
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 84 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 37%
  • Publisher: 51%

साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पंजाब और हरियाणा के कई डेरों को बड़ा वोट बैंक माना जा रहा है. पंजाब में कितने हैं डेरे, कौन हैं इनके अनुयायी और क्या है उनका राजनीति में प्रभाव, जानिए इस रिपोर्ट में.

गुरु रविदास की जयंती से एक दिन पहले 23 फरवरी, 2024 को वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "ऐसा लगता है कि वाराणसी एक मिनी पंजाब बन गया है."

सिख धर्म के अस्तित्व में आने के साथ ही नए डेरों के अस्तित्व में आने का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. इनमें उदासी, निर्मले, निरंकारी, नामधारी आदि उल्लेखनीय हैं. ये डेरे लोगों को भजन-कीर्तन करने, शराब छोड़ने, नशे से दूर रहने और महिलाओं का सम्मान करने जैसे संदेश देते हैं. प्रोफ़ेसर नरेंद्र कपूर के अनुसार, ''ये डेरे लोगों की आदतों को सुधारने का भी काम करते हैं. महिलाएं अपने पतियों के साथ शिविर में जाती हैं. वे वह सब कुछ करते हैं जो डेरे वाले कहते हैं. अधिकतर महिलाएं न तो शराब पीती हैं और न ही मांस खाती हैं. वे अपने भटके हुए पतियों को इन जगहों पर ले जाती हैं.''पंजाब में करीब 32 फीसदी दलित आबादी है. डेरों से जुड़े ज़्यादातर लोग दलित समुदाय से हैं. इन डेरों द्वारा कई समाज सुधार के काम किए जाते हैं. डेरों से जुड़े लोग एक-दूसरे की मदद भी करते हैं.

राजनीतिक विश्लेषक डॉ. प्रमोद ने बीबीसी से कहा कि नई उदारवादी आर्थिक व्यवस्था के साथ डेरों ने अपना स्वरूप बदल लिया है. डेरों ने अपनी एक कॉर्पोरेट पहचान बनाई है. इस डेरे के पंजाब और हरियाणा सहित भारत के लगभग हर शहर और कस्बे में सत्संग घर हैं, जहां साप्ताहिक सभाएं आयोजित की जाती हैं.डेरा सचखंड बल्लां पंजाब के दोआब क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक डेरों में से एक है. इसका मुख्य असर जालंधर और होशियारपुर लोकसभा सीटों पर है.

डेरा सचखंड बल्लां का संबंध समाज सुधारक बाबू मंगूराम मुगोवालिया से भी रहा है. मंगूराम की पृष्ठभूमि होशियापुर ज़िले के माहिलपुर कस्बे की थी. वह 1909 में पढ़ाई करने अमेरिका गए थे.पंजाब में निरंकारी और सिखों में हिंसक झड़पें होती रही हैं दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के प्रमुख आशुतोष 'महाराज' को डॉक्टरों ने चिकित्सकीय रूप से मृत घोषित कर दिया है, लेकिन उनका शव अभी भी डेरे में पड़ा हुआ है.यह डेरा जालंधर से करीब 34 कि.मी. दूर नूरमहल में है. इस डेरे का काफी प्रभाव है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

BBC News Hindi /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Ambedkar Jayanti: कैसी थी अंबेडकर की फैमिली, बेटों ने क्या किया और अब तीसरी पीढ़ी कहां हैAmbedkar Jayanti: कैसी थी अंबेडकर की फैमिली, बेटों ने क्या किया और अब तीसरी पीढ़ी कहां हैDr Bhimrao Ambedkar Birthday : 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्मदिन है. भारतीय राजनीति को अपने तरीके से खासा प्रभावित करने वाले बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के परिवार या उनकी अगली पीढ़ियों के बारे में आप कितना जानते हैं. उनके बेटे कौन थे और अब तीसरी पीढ़ी क्या कर रही है. राजनीति में उनका कितना दखल रहा.
और पढो »

ग़ज़ा में भुखमरी के संकट को नकार क्यों रहा है इसराइलग़ज़ा में भुखमरी के संकट को नकार क्यों रहा है इसराइलग़ज़ा में अकाल के हालात और युद्ध को लेकर क्या सोचते हैं इसराइली सैनिक. बता रहे हैं बीबीसी इंटरनेशनल एडिटर जेरमी बोवेन.
और पढो »

लोकसभा चुनाव के लिए BJP कल जारी करेगी घोषणा पत्र, PM Modi रहेंगे मौजूदलोकसभा चुनाव के लिए BJP कल जारी करेगी घोषणा पत्र, PM Modi रहेंगे मौजूदआगामी लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) रविवार को अपना घोषणा पत्र जारी कर सकती है.
और पढो »

अपनी मां सुषमा स्वराज के लिए क्या कह रही हैं बांसुरी, जानकार चौंक जाएंगेअपनी मां सुषमा स्वराज के लिए क्या कह रही हैं बांसुरी, जानकार चौंक जाएंगेBansuri Swaraj News: लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने नई दिल्ली सीट से बांसुरी स्वराज को उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती से है। बांसुरी, बीजेपी की दिग्गज नेता रहीं सुषमा स्वराज की बेटी हैं। ऐसे में उन पर वंशवाद की राजनीति के आरोपों पर बीजेपी कैंडिडेट ने खुलकर जवाब दिया। जानिए क्या कुछ...
और पढो »

ये भारतीय युवा जान ख़तरे में डालकर भी क्यों जाना चाहते हैं इसराइलये भारतीय युवा जान ख़तरे में डालकर भी क्यों जाना चाहते हैं इसराइलवेल्डिंग, टाइलिंग और कंस्ट्रक्शन मज़दूर के तौर पर इसराइल जाने का इंतज़ार कर रहे उत्तर प्रदेश के ये युवा क्या सोच रहे हैं.
और पढो »

‘जम्मू-कश्मीर को फिर मिलेगा राज्य का दर्जा’, पीएम मोदी का उधमपुर में बड़ा ऐलानPM Modi In Udhampur: पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर में कहा का जल्द ही राज्य का दर्जा बहाल होगा और विधानसभा चुनाव भी कराए जाएंगे।
और पढो »



Render Time: 2025-04-22 10:23:08