बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने लोकसभा चुनाव में उनके पार्टी की रणनीति और मुद्दों पर बीबीसी से बातचीत की है.
बहुजन समाज पार्टी के नए चेहरे और उत्तराधिकारी के रूप में सामने आए आकाश आनंद आजकल राजनीतिक रैलियों के अलावा मीडिया साक्षात्कारों के ज़रिए भी चर्चा में हैं. सोशल मीडिया पर भी वो पार्टी को नया कलेवर देने की कोशिशें कर रहे हैं.
जब उनसे पूछा कि क्या आप इससे इनकार नहीं कर रहे हैं कि अगर आपको साथ जाना पड़े तो जाएंगे तो उन्होंने कहा, ''हम जाएंगे नहीं लेकिन हमें किसी का इस्तेमाल करना पड़े तो करेंगे, किसी का भी इस्तेमाल करेंगे.'' बहुजन समाज पार्टी एक कैडर आधारित पार्टी है. कांशीराम के बाद पार्टी की कमान मायावती के हाथ में आई. मायवती अभी भी पार्टी की सबसे बड़ी नेता हैं. हालांकि, आकाश आनंद को उनके उत्तराधिकारी की तरह पेश किया गया है. आकाश आनंद मायावती के भतीजे हैं.
चंद्रशेखर को एक राजनीतिक ख़तरे के रूप में खारिज करते हुए आकाश कहते हैं, ''जो एक पार्षद का चुनाव नहीं लड़ सकते, जीत नहीं सकते आप नेशनल पार्टी से उसकी तुलना कहां कर रही हैं, कहां से आप ख़तरा मान रही हैं, ये तो विपक्षी पार्टियां समय-समय पर छोटे-छोटे दल खड़े कर देती हैं, उनको फंड कर देती हैं, ये वो हैं.''वो किसी एक की नहीं सबकी बी टीम है, पता नहीं कहां-कहां जाता है, आप उनकी बात छोड़िए.
आनंद कहते हैं, ''अगर विपक्ष को साथ लेकर आएं तो सीटें निकल आती हैं और वो अगर हमसे दूर रहें तो हमारा वोट काटते हैं, हमारी सीटें हाथ से निकल जाती हैं, तो इसलिए इस बार हम अलग मैसेज देने की कोशिश कर रहे हैं कि जो दूसरी राजनीतिक पार्टियां कह रही हैं, इंडी अलायंस कह रहा है कि हम वोट काटते हैं, हम किसी पार्टी की बी-टीम हैं, वो सही नहीं है.''
आनंद कहते हैं, ''हम ऐसा नहीं कह रहे हैं कि मुसलमान हमारे साथ हैं, मुसलमान शायद हमारे साथ खड़ा हो सकता है, अपने प्रत्याशी के साथ खड़ा हो सकता है, ये तो मुसलमान लोगों को सम्मान देने जैसा है कि हम उन्हें विकल्प दें.''
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