वैज्ञानिक अनुसंधान में सामान्य मक्खी का महत्व

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वैज्ञानिक अनुसंधान में सामान्य मक्खी का महत्व
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यह लेख सामान्य मक्खी, जिसे फ्रूट फ्लाई भी कहा जाता है, के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डालता है। लेख बताता है कि यह छोटा जीव, जेनेटिक्स, रोगों और उपचार अनुसंधान में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सामान्य मक्खी जिसे फ्रूट फ्लाई कहा जाता है. इन्हें आमतौर पर हम इंसान पसंद नहीं करते हैं. ये हमेशा ही बीमारी फैलाने में मदद करने वाले अनचाहे कीड़े की तरह देखी जाती रही हैं. इनके शरीर और अन्य गुणों को देख कर लगता नहीं है कि ये कोई खास जीव हैं. लेकिन इनकी कुछ खूबियां तो वाकई हैरान कर देती हैं. इतना ही नहीं इन जीवों का विज्ञान में बहुत अधिक महत्व रहा है. इनका योगदान कम चौंकाने वाला नहीं है.

सामान्य मक्खी या फ्रूट फ्लाई को कॉमन फ्लाई, ड्रोसोफिला मेलानोगास्टर, सिकरा मक्खी या विनेगर फ्लाई के नाम से भी जाना जाता है. इन्हें अक्सर पके हुए फल पर बैठा देखा जाता है. ऐसा लगता है कि ये इनका पसंदीदा स्थान है. आपको जानकर हैरानी होगी की इन्हें फल नहीं बल्कि फल और अन्य भोजन में फर्मेंटेशन की प्रक्रिया होती है उनका आकर्षण होता है. और इसी के चक्कर में ये उन पर बैठती हैं. ये मूल रूप से दक्षिण मध्य अमेरिका पनपी थी, जहां से वे दुनिया भर में फैली थीं. लेकिन साइंस रिसर्च में में उनका अध्ययन, अनुवांशिकी, रोग और उपचार अनुसंधान और साथ ही जीवन के विकासक्रम को समझने में बहुत ही ज्यादा काम आया है. इसी वजह से इंसानी रोगों, भ्रूण विकास, यहां तक ढलती उम्र की (Aginig) समस्याओं के अनुसंधान में उन पर बहुत से शोध हुए हैं. सोफिला मेलानोगास्टर या सामान्य मक्खी वैज्ञानिक शोधों में बहुत उपयोग में आती रही हैं. और इसके लिए वे काफी अनुकूल जीव भी है. वे छोटी होती हैं, उन्हें खिलाना आसान होता है, उनका जीवन भी कम होती है और सबसे अहम बात वे एक ही हफ्ते में सैकड़ों बच्चे पैदा कर सकती हैं. यही वजह है कि उनका इस्तेमाल जेनेटिक्स या अनुवाशिकी में बहुत उपयोगी रहा है. उनके जीनोम में इंसानी जीन्स से काफी समानताएं दिखी हैं. तब से उन पर बहुत शोध हुए हैं. मक्खियों को खास तौर पर उपचार अनुसंधान में बहुत ही उपयोगी पाया गया है. उनकी आणविक स्तर की प्रक्रियाएं इंसानों से काफी मेल खाती है. और छोटा जीवन होने के पर भी वे कैंसर के शोध में बहुत उपयोगी साबित रही हैं, डेंगू जैसे रोगों को दबाने में भी मक्खियों पर हुए शोध बहुत काम आए हैं

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