महाराष्ट्र में शिवसेना में बड़ा राजनीतिक संकट गहरा रहा है। पार्टी के 5 सांसद नॉट रिचेबल बताए जा रहे हैं। यह संभावना बढ़ रही है कि ये सांसद एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो सकते हैं। उद्धव गुट के लिए यह एक बड़ी झटका होगा।
मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की जयंती के बाद बड़ी हलचल मच गई है। दावा किया जा रहा है कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पाँच सांसद नॉट रिचेबल हो गए हैं। यह तब हुआ है जब कुछ दिन पहले शिवसेना के नेता राहुल शेवाले ने दावा किया था कि राज्य में 23 जनवरी के बाद भूकंप आएगा। शिवसेना यूबीटी की मीटिंग में 10 नेता नहीं पहुंचे थे। इसमें पाँच सांसद , तीन विधायक, दो पूर्व विधायक और नेता शामिल थे। इसके बाद पार्टी की तरफ से दावा किया गया था कि सभी ने नेतृत्व को पहले ही सूचना दे दी
थी कि वे मीटिंग में नहीं पहुंच पाएंगे, मीडिया में 10 नेताओं को गैरहाजिर रहने के बाद अब पार्टी के पांच सांसद नॉट रिचेबल बताए जा रहे हैं। नौ में पांच सांसद नॉट रिचेबल लोकसभा चुनावों में उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना यूबीटी ने 9 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी को विधानसभा चुनावों में कुल 20 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में पार्टी के पास नौ सांसद और 20 विधायक हैं। बाला साहेब ठाकरे की जयंती पर उद्धव ठाकरे ने कहा था कि गद्दारों को दफनाकर दम लूंगा। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर बाला साहेब ठाकरे होते तो मेरी पीठ ठेके। अभी जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार सांसद संजय देशमुख, नागेश पाटिल अष्टीकर, बंडू जाधव, ओम राजे निंबालकर और संजय दीना पाटिल नॉट रिचलेबल हैं। तब 12 सांसदों ने छोड़ा था साथ 2022 में जब शिवसेना के दो फाड़ हुई थी तब उद्धव ठाकरे के 12 सांसद एकनाथ शिंदे के साथ चले गए थे। अगर दूसरी बार ऐसा होता है तो निश्चित तौर पर उद्धव ठाकरे को बड़ा झटका लगेगा, क्योंकि दो दिन पहले ही उद्धव ठाकरे ने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती पर पार्टी के सदस्यता अभियान को लांच किया था। पार्टी मुंबई के बीएमसी चुनावों के साथ दूसरे नगर निगम चुनावों के लिए तैयारी कर रही है। उद्धव गुट के तीन विधायक और पांच सांसदों के नॉट रिचेबल होने की बात ऐसे वक्त सामने आई है जब 22 जनवरी को यह जानकारी सामने आई थी। शिवसेना गुट के नेता और राज्य के उद्योग मंत्री उदय सामंत के संपर्क में उद्धव गुट के पांच सांसद और तीन विधायक हैं। पांच सांसद अगर पाला बदलते हैं तो शिंदे के सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी। उनके पास सात सांसद हैं। वह एनडीए में टीडीपी और जदयू के बाद तीसरे बड़े घटक दल हैं। दादर के कार्यक्रम पर टिकी नजरें इसके बाद महाराष्ट्र की सियासत एक बार भी गरमाती दिख रही है, हालांकि 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शिवसेना यूबीटी ने दादर में एक कार्यक्रम रखा है। अब देखना है कि जिन सांसदों के नॉट रिचेबल होने का दावा किया जा रहा है क्या उनमें से कोई इसका कार्यक्रम पहुंचता है या फिर नहीं। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उद्धव ठाकरे खुद हैं। यह कार्यक्रम गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत माता पूजा और संविधान दिन के उपलक्ष्य में रखा गया है
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