श्यामा प्रसाद मुखर्जी से राम माधव तक, बीजेपी के ‘मिशन कश्मीर’ की पूरी कहानी

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श्यामा प्रसाद मुखर्जी से राम माधव तक, बीजेपी के ‘मिशन कश्मीर’ की पूरी कहानी
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Jammu Kashmir Assembly Election 2024 : जम्मू कश्मीर में चुनाव की रणभेरी बज चुकी है. भाजपा के लिए यह चुनाव किसी भी अन्य चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है. जानिए क्यों...

Jammu Kashmir election 2024 :जम्मू कश्मीर में फिर चुनाव होने जा रहा है. भाजपा और संघ की इस चुनाव को लेकर गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राम माधव को प्रभारी बना दिया गया है. ये वही राम माधव हैं, जिनके चलते भाजपा ने पीडीपी के साथ गठबंधन कर जम्मू कश्मीर में पहली बार सरकार बनाई. मगर ये सफर राम माधव ने शुरू नहीं किया था. इसकी शुरूआत तो कश्मीर के भारत में विलय के समय से शुरू हो गया था. वो भी भाजपा के जन्म से बहुत पहले.

दो-ढाई वर्षों में ही अंतर्विरोध सतह पर आने लगा. कांग्रेस ने भी जनता पार्टी को तोड़ने में राजनीतिक दांव-पेंच खेलने से परहेज नहीं किया. भारतीय जनसंघ से जनता पार्टी में आये सदस्यों को अलग-थलग करने के लिए ‘दोहरी-सदस्यता' का मामला उठाया गया. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंध रखने पर आपत्तियां उठायी जानी लगीं. यह कहा गया कि जनता पार्टी के सदस्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य नहीं बन सकते.

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