संभल में हिंसा से पहले ISIS ने बिछाया था जाल? आतंकी कनेक्शन का रहा है पुराना इतिहास

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संभल में हिंसा से पहले ISIS ने बिछाया था जाल? आतंकी कनेक्शन का रहा है पुराना इतिहास
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Sambhal Violence: संभल हिंसा के बाद एक बार फिर जिले के आतंकी कनेक्शन की चर्चा शुरू हो गई है. करीब ढाई दशक पहले कुछ युवा भटके और वे आतंकी संगठनों का हिस्सा बन गए. इनमें से एक तो अल कायदा का दक्षिण एशिया चीफ तक बन गया.

संभल. उत्तर प्रदेश के संभल और सहारनपुर जिले में आतंकी कनेक्शन की बात कोई नई नहीं है. कई ऐसे मामले सामने आए जब युवाओं की आतंकी गतिविधियों संलिप्तता की वजह से सुरक्षा एजेंसियों ने यहां कई बार दबिश भी दी और कई को गिरफ्तार भी किया. करीब ढाई दशक पहले एक युवा भटका और वह अलकायदा का दक्षिण एशिया चीफ तक बन गया. हालांकि 2019 में अफगानिस्तान हमले में वह मारा गया. 2023 में भी जिले के चार लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अब संभल हिंसा के बाद सवाल उठ रहे है क्या इसके पीछे भी ISIS का मॉड्यूल हो सकता है.

यह भी पढ़ें: महिलाएं-बच्चे आगे… पीछे-पीछे नकाबपोश दंगाई… संभल हिंसा में दिखा हमले का कश्मीर पैटर्न संभल का पुराना आतंकी कनेक्शन दरअसल, यह पहला मौका नहीं है जब संभल का नाम आतंकी कनेक्शन से जुड़ा हो. करीब ढाई दशक पहले दीपा सराय निवासी युवा मौलाना आसिम उमर उर्फ़ शन्नू भटक कर आतंकी संगठन अल कायदा में शामिल हो गया. उसका नाम तब सामने आया जब वह अल कायदा दक्षिण एशिया चीफ बना. हालांकि 2019 में वह अफगानिस्तान हमले में मारा गया. वह अमेरिका के वैश्विक आतंकीयोंकी लिस्ट में भी शामिल था.

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