Chhath Puja Katha Kahani : छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है और इस पर्व में छठी मैया और भगवान भास्कर की पूजा अर्चना की जाती है। छठ पूजा संतान कामना और संतान की लंबी उम्र के लिए किया जाता है। छठ एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसमें ढलते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। आइए चार कथाओं से जानते हैं आखिर क्यों की जाती है छठ पूजा और इस पूजा से क्या लाभ मिलता है...
कार्तिक मास की चतुर्थी तिथि नहाय खाय से लेकर सप्तमी तिथि उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक छठ पर्व मनाया जाता है। इस दौरान भगवान भास्कर और छठी मैया की पूजा अर्चना की जाती है। छठ पूजा खास तौर पर संतान की कामना और लंबी उम्र के लिए की जाती है। छठी मैया सूर्यदेव की बहन हैं और इस पर्व पर इन दोनों की ही पूजा अर्चना की जाती है। चार दिन तक चलने वाले इस पर्व में सात्विक भोजन किया जाता है। पहले दिन खरना, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन सूर्य संध्या अर्घ्य और चौथे दिन उगले सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। महापर्व छठ को...
अनुसार, छठ पर्व की शुरुआत महाभारत काल में हुई थी। सबसे पहले महादानी सूर्यपुत्र कर्ण ने सूर्य देव की पूजा शुरू की थी। कर्ण बिहार के अंग प्रदेश के राजा थे और सूर्य और कुंती के पुत्र थे। सूर्यदेव से ही कर्ण को दिव्य कवच और कुंडल प्राप्त हुए थे, जो हर समय कर्ण की रक्षा करते थे। कर्ण भगवान सूर्य के परम भक्त थे और वह प्रतिदिन घंटों कमर तक पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देते थे। सूर्य की कृपा से ही वह महान योद्धा बने। आज भी छठ में अर्घ्य दान की यही परंपरा प्रचलित है।द्रौपदी की छठ कथाछठ पर्व के...
छठ पूजा का इतिहास छठ पूजा का महत्व Chhath Puja 2024 Chhath Puja 2024 Katha Chhath Puja History Chhath Puja Mythological Story In Hindi Chhath Puja Ki Story In Hindi Chhath Puja Mythological Story छठ महापर्व
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
4 दिनों तक चलने वाले सूर्य उपासना के पर्व छठ के हर दिन की है विशेष मान्यता, जानें यहांछठ पर्व का मुख्य दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाया जाता है लेकिन इसकी शुरुआत नहाय खाय से होती है और यह महापर्व 4 दिनों तक चलता है.
और पढो »
Chhath Puja Vrat Katha in Hindi : छठ पूजा की व्रत कथा, इसको पढ़ने से पूरा होता है छठ का व्रत, मिलता है छठी मइया का आशीर्वादChhath Puja Vrat Katha : आज देश भर में छठ का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। छठ पूजा में आज षष्टी तिथि को सूर्यास्त के वक्त डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है सूर्य भगवान की पूजा की जाती है। पूजा के बाद छठ पूजा की कथा का पाठ किया जाता है। मान्यता है कि इस कथा का पाठ करने के बाद ही आपकी छठ की पूजा संपूर्ण मानी जाती है। आइए जानते हैं छठ...
और पढो »
Chhath Puja Rangoli Design: महापर्व छठ के दिन जरूर बनाएं ये खूबसूरत रंगोली डिजाइन, त्योहार बनेगा स्पेशलChhath Puja Rangoli Design: छठ पूजा को सूर्य षष्ठी, छठ पर्व डाला पूजा, डाला छठ और छठी के नाम से भी जाना जाता है. हर साल छठ पूजा दिवाली से 6 दिन बाद से मनाई जाती है. मान्यता है कि छठी माता की पूजा से हर मनोकामना पूरी होती है. इस महापर्व को स्पेशल बनाने के लिए आप पूजा स्थल और घर-आंगन में रंगोली बना सकते हैं. ये रहे कुछ स्पेशल छठ रंगोली डिजाइन.
और पढो »
Chhath Puja Vrat Niyam 2024: पहली बार कर रही हैं छठ पूजा तो इन बातों का जरूर रखें ख्याल, एक गलती से भी खंडित हो सकती है पूजा!आस्था का पर्व छठ पूजा यूपी बिहार समेत कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है. छठ के महापर्व की धूम सबसे ज्यादा बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में होती है छठ महापर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस व्रत में छठी मैया के साथ-साथ भगवान सूर्य की भी पूजा होती है.
और पढो »
Chhath Puja 2024: डाला और सूप में रखना न भूलें ये 6 फल, छठी मैया की पसंद के फलों के बिना अधूरी रह जाएगी छठ पूजाछठ पूजा यूपी बिहार समेत कई राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है. छठ के महापर्व की धूम सबसे ज्यादा बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड में होती है. छठ महापर्व कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है. इस व्रत में छठी मैया के साथ-साथ भगवान सूर्य की भी पूजा होती है. सुख-समृद्धि की कामना के लिए 36 घंटे तक निर्जला व्रत रखा जाता है.
और पढो »
छठ पूजा के दौरान पहने इन रंगों के कपड़े, जाने कौन से रंग होते हैं शुभछठ पूजा के दौरान पहने इन रंगों के कपड़े, जाने कौन से रंग होते हैं शुभ
और पढो »