सरदार पटेल की वजह से पूरे भारत का टाइम है एक, वरना देश में हो रही थी स्टैंडर्ड समय को लेकर जंग?

Indian Standard Time समाचार

सरदार पटेल की वजह से पूरे भारत का टाइम है एक, वरना देश में हो रही थी स्टैंडर्ड समय को लेकर जंग?
इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें
  • 📰 Zee News
  • ⏱ Reading Time:
  • 57 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 26%
  • Publisher: 63%

Indian Standard Time Introduced 1 September 1947: आप लोग तो घड़ी पहनते ही होंगे, कभी आपने सोचा है कि पूरे भारत का समय एक कैसे है? शायद ऐसे बहुत कम लोग ही होंगे जो हाथों में घड़ी बंधाते हैं, लेकिन उनकों पता हो कि इंडियन स्टैंडर्ड टाइम कब और कैसे निर्धारित हुआ...

आप लोग तो घड़ी पहनते ही होंगे, कभी आपने सोचा है कि पूरे भारत का समय एक कैसे है? शायद ऐसे बहुत कम लोग ही होंगे जो हाथों में घड़ी बंधाते हैं, लेकिन उनकों पता हो कि इंडियन स्टैंडर्ड टाइम कब और कैसे निर्धारित हुआ था? किसकी वजह से पूरे भारत का समय भी एक है, वरना देश में समय को लेकर विवाद हो रहा था.

भाई...घड़ी में समय कितना हुआ है? जी... 12 बजाने वाला है. कितना आसान है न किसी घड़ी में समय देखकर किसी को बताना, लेकिन अगर आपसे यह सवाल किया जाए कि इंडियन स्टैंडर्ड टाइम कैसे तय हुआ, किसने कराया तो आपका क्या जवाब होगा? सोच में पड़ जाएंगे. तो आइए जानते हैं कि विश्व के अन्य देशों की तरह भारत का इंडियन स्टैंडर्ड टाइम कब और कैसे निर्धारित हुआ था, किसने कराया था.भारत को आज़ादी मिली, तो 1 सितंबर 1947 को पूरे देश के लिए एक समय ज़ोन चुना गया, जिसे आईएसटी कहा गया.

समय मिल गया था. विविधता पूर्ण देश की भारतीय स्टैंडर्ड समय की परिकल्पना भी अद्भुत थी. इसका क्रेडिट भी काफी हद तक भारत के लौह पुरुष यानि वल्लभ भाई पटेल को जाता है. इंडियन स्टैंडर्ड टाइम का इतिहास बेहद दिलचस्प है. कहा जाता है कि पहले भारत में कोई भी इंडियन स्टैंडर्ड टाइम नहीं हुआ करता था, लेकिन ब्रिटिश काल में पहली बार इसका जिक्र हुआ, एक अन्य कहानी है कि ब्रिटिश काल में मुंबई , चेन्नई , कोलकाता जैसे शहर और राज्य के अनुसार टाइम जोन को निर्धारित किया गया था.इंडियन स्टैंडर्ड टाइम को दुनिया के कॉर्डिनेटेड समय से साढ़े पांच घंटे आगे वाला टाइम ज़ोन माना गया. इससे पहले समस्या तो थी और वो भी गंभीर! आखिर विविधता पूर्ण देश को कैसे एक समय में बांध दिया जाए.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Zee News /  🏆 7. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

War in Gaza: क्या गाजा में खत्म हो गया है मिलिट्री एक्शन? इजरायली मीडिया की रिपोर्ट में बड़ा दावाWar in Gaza: क्या गाजा में खत्म हो गया है मिलिट्री एक्शन? इजरायली मीडिया की रिपोर्ट में बड़ा दावाIsrael-Hamas War: इजरायली मीडिया में यह खबर ऐसे समय में समाने आई है जब एक गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई को लेकर समझौते की उम्मीद बन रही है.
और पढो »

Bihar Weather Report: अगले तीन दिनों तक नहीं होगी प्रदेश में बारिश, किसानों की बढ़ी चिंताBihar Weather Report: अगले तीन दिनों तक नहीं होगी प्रदेश में बारिश, किसानों की बढ़ी चिंताBihar Weather Report: प्रदेश में मानसून ने दोबारा से दस्तक दी थी, लेकिन बंगाल की खाड़ी में दबाव कम होने की वजह से एक बार फिर मानसून कमजोर हो गया है.
और पढो »

एमपी में बारिश का रौद्र रूप; ओवरफ्लो हुए डैम, भोपाल, इंदौर सहित कई जिले हुए पानी- पानीएमपी में बारिश का रौद्र रूप; ओवरफ्लो हुए डैम, भोपाल, इंदौर सहित कई जिले हुए पानी- पानीWeather Video: मध्य प्रदेश में तेज बारिश हो रही है, बारिश की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना Watch video on ZeeNews Hindi
और पढो »

अब एक स्कैन से जानें आपकी कार की सुरक्षा रेटिंग, Bharat NCAP ने पेश किया स्मार्ट सेफ्टी QR कोड स्टिकरअब एक स्कैन से जानें आपकी कार की सुरक्षा रेटिंग, Bharat NCAP ने पेश किया स्मार्ट सेफ्टी QR कोड स्टिकरदेश में वाहन सुरक्षा को एक नए स्तर पर ले जाने की मंशा से भारत न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम (BNCAP) ने हाल ही में एक नई पहल की है.
और पढो »

ये हैं दुनिया की टॉप-10 खुफिया एजेंसीये हैं दुनिया की टॉप-10 खुफिया एजेंसीहर देश की एक अपनी अलग खुफिया एजेंसी होती है, जिसका काम दुश्मनों से देश की सुरक्षा करना है। भारत की खुफिया एजेंसी का नाम रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW ) है।
और पढो »

PM Kisan Yojana: इस दिन आ सकती है 18वीं किस्त, जानिए स्कीम का लाभ लेने के लिए किन दस्तावेजों की होती है जरूरतPM Kisan Yojana: इस दिन आ सकती है 18वीं किस्त, जानिए स्कीम का लाभ लेने के लिए किन दस्तावेजों की होती है जरूरतदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण योगदान है। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि देश के विकास को रफ्तार देने में किसानों का एक महत्वपूर्ण योगदान है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-16 13:38:11