बिहार के सीतामढ़ी जिले में वर्ष 2024 अपराधों की घटनाओं से भरा रहा। हत्याओं, लूट, डकैती और अन्य जघन्य अपराधों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई। पुलिस द्वारा रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी से नवंबर तक 76 हत्याएं, 55 लूट, 8 डकैती और 1080 वाहन चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। मार्च में सबसे अधिक 567 और फरवरी में सबसे कम 437 अपराध दर्ज किए गए। इस वर्ष पुलिस इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की आत्महत्या और मुखिया मधुरेंद्र कुमार की हत्या जैसे गंभीर घटनाएं भी हुईं।
सीतामढ़ी: बिहार का सीतामढ़ी जिला भी अपराध के मामलों में अन्य जिलों से पीछे नहीं है। पुलिस की हद तक सख्ती और चौकसी के बावजूद अपराध ी अपने मंसूबे को पूरा करने में बाज नहीं आए। साल 2024 बीत गया। जिला के लोगों को यह वर्ष कई मायनों में हमेशा जेहन में रहेगा। 2024 के जनवरी से नवंबर तक 11 माह में हत्या की 76 घटनाएं हुई। यानी हर माह औसतन सात हत्या एं की गई। यह आंकड़ा रिपोर्ट में दर्ज है। 55 लोग लुट के शिकार बने11 माह में जिले के 55 लोग अपराध ियों के लुट के शिकार बने, तो डकैती की आठ घटनाएं हुई। जिला पुलिस...
रहा। तेजतर्रार पुलिस अधिकारी कुंदन थाना स्थित अपने आवास पर पंखा से लटके पाये गये थे। इसी वर्ष फरवरी माह में उनकी पोस्टिंग की गयी थी। उनकी मौत के चलते पुलिस महकमे के लोगों को यह वर्ष हमेशा जेहन में बना रहेगा। मुखिया की हत्या से मची थी सनसनी20 नवंबर 2024 की रात बाइक सवार बदमाशों ने रीगा थाना क्षेत्र के रामनगरा गांव के पास सोनबरसा प्रखंड के कचोर पंचायत के मुखिया मधुरेंद्र कुमार उर्फ मिश्र पर गोलियों की बौछार कर हत्या कर दी थी। मुखिया पत्नी के साथ कार में सवार होकर सीतामढ़ी शहर के कृष्णानगर बसबरिया...
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