Sitamarhi Ground Report: क्विंट हिंदी की टीम बिहार के सीतामढ़ी, जहां के एक गांव पुनौरा में माता सीता का जन्म हुआ था- पहुंची और वहां की जमीनी हकीकत को समझने की कोशिश की.
लोकसभा चुनाव 2024 में अयोध्या में बने राम मंदिर के निर्माण की चर्चा प्रमुख रूप हावी है. कौन राम भक्त है और कौन राम विरोधी है, ये आरोप-प्रत्यारोप आए दिन नेताओं के भाषण और चुनावी रैली में सुनने को मिल रहे हैं. राम की चर्चा जोरों पर है तो उनकी पत्नी सीता की उपेक्षा करने के भी आरोप लगने अब शुरू हो गए हैं. दरअसल, क्विंट हिंदी की टीम बिहार के सीतामढ़ी पहुंची, जिसे माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है. हमने यहां की जमीनी हकीकत को समझने की कोशिश की.
'स्थानीय विक्की कुमार गुप्ता ने कहा, ' मैंने अपने जीवन में इस सड़क को बनते नहीं देखा.'ललन प्रसाद कहते हैं, 'सरकार को प्राथमिकता तय करनी होती है...तो हो सकता है हमारी माता जानकी सरकार के प्राथमिकता में नहीं है.. आज प्राथमिकता में अयोध्या हुआ.. बनारस हुआ.. तो ही दोनों जगह का विकास हुआ...अयोध्या विवादित था, तो सारे लोगों ने उस पर ध्यान दिया, हमारी माता कभी विवाद में नहीं रहीं तो माता को लोग उपेक्षित छोड़ दिए हैं.
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