सोमवती अमावस्या 2024: गंगा स्नान का महत्व

धर्म समाचार

सोमवती अमावस्या 2024: गंगा स्नान का महत्व
सोमवती अमावस्यागंगा स्नानधर्म
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 75 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 50%
  • Publisher: 63%

सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस अवसर पर गंगा स्नान करने से कष्ट दूर होते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

समवती अमावस्या 2024: आज सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है यानी सोमवार को अमावस्या. वैसे तो सभी अमावस्या का बेहद खास महत्व है, मगर सोमवती अमावस्या व्यक्ति के लिए पुण्यदायी और जीवनदायी मानी जाती है. सोमवती अमावस्या पर आज गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है और भीषण ठंड के बावजूद श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहें हैं. गंगा स्नान करने के लिए यहां पर दूर दूर से श्रद्धालु भी आए हैं.

मान्यता है कि इस अवसर पर मां गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं, मोक्ष की प्राप्ति होती है और सैकड़ों अश्वमेघ यज्ञ के समान पुण्य की प्राप्ति होती है. साथ ही, इस अवसर पर पितरों के निमित पूजा करने से भी जीवन मे सुख और शांति आती है. पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं और मेला क्षेत्र को जोन और सेक्टर में बांट कर अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है.सोमवती अमावस्या का महत्वपंडित मनोज त्रिपाठी का कहना है कि वैसे तो सभी अमावस्या पर गंगा स्नान का महत्व है मगर सोमयुता अर्थात सोमवती अथवा भोमयुता अर्थात भौमवती अमावस्या विशेष पुण्यदायी होती है. आप इसके पुण्य का इसी बात से प्रभाव लगा सकते है कि इस सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में स्वयं भीष्म पितामह ने अपनी शरशैया पर पड़े रहते हुए इंतजार किया था. सोमवती अमावस्या या सोमयुता के दिन मात्र जलस्नान करना व्यक्ति को अश्वमेघ यज्ञ के समान फल दे देता है और आज के दिन अपने पितरों के प्रति तर्पण श्राद्ध आदि करना, पीपल के वृक्ष की पूजा करना और उसमें अपने पितरों की कामना करते हुए किसी भी प्रकार से 108 परिक्रमा कर लें और सूत लपटे तो यह निश्चित समझिए कि व्यक्ति का कितनी भी कठिनाईपूर्ण जीवन हो, वो सुधर जाता है और व्यक्ति की मनोकामना इच्छितकामना पूर्ण हो जाती है. गंगा आदि पवित्र नदियों में हरिद्वार आदि तीर्थों में आज के दिन स्नान का अत्यधिक महत्व है. आज ब्रह्मकुंड और हर की पैड़ी पर स्नान करके व्यक्ति अपने जीवन को कल्पकल्पान्तर तक के पाप नष्ट करके मोक्ष को प्राप्त कर लेता है. आज जो दान करेंगे, जो पुण्य करेंगे वो अक्षय है. सोमवती अमावस्या व्यक्ति की पुण्यदायी और जीवनदायी ह

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

सोमवती अमावस्या गंगा स्नान धर्म महापर्व मोक्ष

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

सोमवती अमावस्या: 30 दिसंबर को मनाई जाएगीसोमवती अमावस्या: 30 दिसंबर को मनाई जाएगीसोमवती अमावस्या पितरों को समर्पित है और गंगा स्नान का भी विधान है।
और पढो »

सोमवती अमावस्या पर दान करें ये चीजेंसोमवती अमावस्या पर दान करें ये चीजेंसोमवती अमावस्या का महत्व, दान करने वाली वस्तुएं और इस दिन की सावधानियां
और पढो »

सोमवती अमावस्या दिसंबर में किस दिन मनाई जाएगी, जानिए तिथि और कुछ जरूरी बातेंसोमवती अमावस्या दिसंबर में किस दिन मनाई जाएगी, जानिए तिथि और कुछ जरूरी बातेंSomvati Amavasya 2024: अमावस्या की तिथि सनातन धर्म में पूजा-पाठ और स्नान-दान के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण कही गई है. हर साल पौष माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या सोमवती अमावस्या के रूप में मनाई जाती है. इस साल यानी 2024 में सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को मनाई जाएगी. सोमवती अमावस्या के दिन ही गंगा स्नान (Ganga Snan) का विधान है.
और पढो »

सोमवती अमावस्या : कब है साल की अंतिम सोमवती अमावस्या और दान के शुभ समय ?सोमवती अमावस्या : कब है साल की अंतिम सोमवती अमावस्या और दान के शुभ समय ?सोमवती अमावस्या की तिथि, शुभ समय और दान के महत्व के बारे में जानें.
और पढो »

Somwati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर मिलेगा स्नान-दान का ये शुभ मुहूर्त, जानें पूजन विधिSomwati Amavasya 2024: सोमवती अमावस्या पर मिलेगा स्नान-दान का ये शुभ मुहूर्त, जानें पूजन विधिSomwati Amavasya 2024: इस बार सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर, सोमवार को मनाई जाएगी. सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहा जाता है. हिंदू धर्म में अमावस्या बहुत ही महत्वपूर्ण दिन माना जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना की जाती है.
और पढो »

सोमवती अमावस्या 2024: जानें पिंडदान का महत्व और शुभ मुहूर्तसोमवती अमावस्या 2024: जानें पिंडदान का महत्व और शुभ मुहूर्तपौष माह में पड़ने वाली सोमवती अमावस्या 30 दिसंबर को सुबह 4 बजकर 1 मिनट पर शुरू होगी। इस दिन पितरों का पिंडदान करने से उन्हें मुक्ति मिलती है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-15 04:14:09