स्विट्जरलैंड भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा रद्द करता है

वैश्विक समाचार समाचार

स्विट्जरलैंड भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा रद्द करता है
भारतस्विट्जरलैंडमोस्ट फेवर्ड नेशन
  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 51%
  • Publisher: 53%

भारत और स्विट्जरलैंड के बीच व्यापार संबंधों में बदलाव आ रहा है। स्विट्जरलैंड ने भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा रद्द कर दिया है, जो 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।

डिजिटल डेस्‍क, नई दिल्‍ली। नई साल की शुरुआत से भारत और स्विट्जरलैंड के रिश्तों में बड़ा बदलाव आ रहा है। हाल ही में स्विट्जरलैंड ने भारत से मोस्‍ट फेवर्ड नेशन (Most Favoured Nation - MFN) का दर्जा रद कर दिया है। स्विट्जरलैंड का मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का दर्जा 1 जनवरी 2025 के बाद भारत के पास नहीं रहेगा। स्विट्जरलैंड की सरकार ने यह फैसला साल 2023 के सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद लिया। अब सवाल ये है कि मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा क्या होता है, यह क्यों दिया जाता है, इसके फायदे क्‍या हैं और किन

हालातों में इसे कैंसिल किया जा सकता है? सुप्रीम कोर्ट को वो कौन-सा मामला था, जिसकी वजह से स्विस सरकार ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन वापस ले लिया? इससे भारत को क्या नुकसान होगा? मोस्ट फेवर्ड नेशन क्या है? विश्‍व व्‍यापार संगठन ( World Trade Organization - WTO) के सभी 166 देश एक-दूसरे को मोस्‍ट फेवर्ड नेशन (Most Favoured Nation) का दर्जा देते हैं। मोस्‍ट फेवर्ड नेशन यानी 'किसी देश के वे पसंदीदा देश, जिनके साथ वह व्यापार करना चाहता है। देश अपनी पसंदीदा देशों को यह दर्जा दे सकता है। इस दर्जे के बाद इन देशों को एक-दूसरे के साथ व्यापार में कई तरह की सहूलियत मिलती हैं। ये देश व्यापार बढ़ाने के लिए एक-दूसरे को टैक्स और टैरिफ में रियायत देते हैं। अब आप इसे आसान भाषा में समझिए- भारत और स्विट्जरलैंड के बीच 1 जनवरी 2025 तक मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का दर्जा है। 1 जनवरी तक इन दोनों देशों की कंपनियों को व्यापार करने के लिए टैक्स में कई तरह की छूट मिल रही है। 1 जनवरी 2025 के बाद ऐसा नहीं होगा। फिर दोनों देश अपने-अपने हिसाब से एक-दूसरे की कंपनियों पर टैक्स लगाएंगे। मोस्‍ट फेवर्ड नेशन का मकसद दुनिया भर में व्यापार करने के लिए अच्छा और आसान माहौल तैयार करना है। विकासशील देशों के विकास में यह दर्जा बेहद मददगार है। मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा क्यों दिया जाता है? मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा आमतौर पर द्विपक्षीय या बहुपक्षीय व्यापार समझौतों के माध्यम से दिया जाता है। यह दर्जा किसी भी देश को दिया जा सकता है, लेकिन आमतौर पर उन देशों को दिया जाता है, जिनके साथ अच्छे राजनीतिक और आर्थिक संबंध हैं। यह दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को बढ़ाने में मदद करता है। इसलिए देश आयात और निर्यात प्रक्रिया को स

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Dainik Jagran /  🏆 10. in İN

भारत स्विट्जरलैंड मोस्ट फेवर्ड नेशन व्यापार समझौता आर्थिक संबंध

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अगले कुछ दिनों में भारत नहीं रहेगा स्विट्जरलैंड का 'मोस्ट फेवर्ड' देश, क्या है इसका मतलब?अगले कुछ दिनों में भारत नहीं रहेगा स्विट्जरलैंड का 'मोस्ट फेवर्ड' देश, क्या है इसका मतलब?स्विट्जरलैंड ने भारत से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया है. नए साल की शुरुआत हम उससे सबसे ज्यादा तरजीह देने वाले देश की लिस्ट में नहीं रहेंगे. इसका असर देश में मौजूद स्विस कंपनियों और स्विट्जरलैंड में काम कर रही भारतीय कंपनियों पर भी होगा.
और पढो »

दुनिया टॉप 5: ट्रंप ने अमेरिकी नीति में बड़े बदलाव के दिए संकेत, स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा किया खत्मदुनिया टॉप 5: ट्रंप ने अमेरिकी नीति में बड़े बदलाव के दिए संकेत, स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा किया खत्मरूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस में सैकड़ों मील दूर तक मिसाइलें भेजने से बेहद असहमत हूं.
और पढो »

करेंट अफेयर्स 14 दिसंबर: स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म किया; फोर्ब्स की टॉप 100 त...करेंट अफेयर्स 14 दिसंबर: स्विट्जरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा खत्म किया; फोर्ब्स की टॉप 100 त...पीएम मोदी ने मुख्य-सचिवों के चौथे राष्ट्रीय-सम्मेलन की अध्यक्षता की। ब्लूमबर्ग ने दुनिया के 25 सबसे अमीर परिवार की लिस्ट जारी की। वहीं, मोहम्मद आमिर ने फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लिया। कुछ प्रमुख करेंट अफेयर्स की जानकारी, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी...
और पढो »

स्विटजरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा खत्म किया: वहां भारतीय कंपनियों को 10% ज्यादा टैक्स देना होग...स्विटजरलैंड ने भारत का मोस्ट फेवर्ड नेशन दर्जा खत्म किया: वहां भारतीय कंपनियों को 10% ज्यादा टैक्स देना होग...Switzerland withdraws India Most Favoured Nation status स्विटजरलैंड सरकार ने 11 दिसंबर को भारत से मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया। स्विस सरकार के इस फैसले के बाद अब वहां काम करने वाली भारतीय कंपनियों को 1 जनवरी, 2025 से 10% टैक्‍स ज्यादा टैक्स देना होगा। स्विटजरलैंड ने...
और पढो »

स्विट्जरलैंड ने भारत से वापस लिया MFN का दर्जा, कंपनियों को चुकाना होगा अधिक टैक्सस्विट्जरलैंड में कारोबार के लिहाज से भारतीय कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। स्विट्जरलैंड ने भारत को दिए जाने वाले खास एमएफएन का दर्जा वापस ले लिया है। ऐसे में भारतीय कंपनियों को अब वहां पर कमाई में अधिक टैक्स चुकाना होगा। इससे स्विट्जरलैंड से होने वाले निवेश पर भी असर पड़ सकता है। पढ़ें क्या है इस फैसले के पीछे की...
और पढो »

महंगी हो जाएगी मैगी? 1 जनवरी से आएगा भारत और स्विट्जरलैंड के रिश्तों में बड़ा मोड़महंगी हो जाएगी मैगी? 1 जनवरी से आएगा भारत और स्विट्जरलैंड के रिश्तों में बड़ा मोड़नई दिल्ली. स्विट्जरलैंड ने भारत के साथ 1994 में हुए डबल टैक्सेशन अवॉइडेंस एग्रीमेंट (DTAA) में मौजूद मोस्ट-फेवर्ड-नेशन (MFN) क्लॉज को 1 जनवरी 2025 से सस्पेंड करने का फैसला किया है. यह कदम भारत के सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद उठाया गया है, जिसमें कहा गया था कि DTAA तब तक लागू नहीं होगा जब तक इसे इनकम टैक्स एक्ट के तहत अधिसूचित नहीं किया जाता.
और पढो »



Render Time: 2025-02-12 22:52:21