‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ का अगला एपिसोड जबरदस्त ट्विस्ट से भरा हुआ है, जिसमें देखा जाएगा कि हर्ष एक बार फिर अभि और अक्षु की शादी में बखेड़ा खड़ा कर देगा।
देशभक्ति का भूत चढ़ा है तो बॉर्डर पर जाकर लड़ो- शाहरुख खान पर भड़के बॉलीवुड एक्टर; उनकी फिल्म ‘पठान’ को बता दिया डब्बा
तभी आरोही उससे कहती है ‘मैं अंदर से खुश हूं, लेकिन मैं अपने आप को बेहद अकेली हूं। सब इतनी जल्दी कैसे भूल गए, जिस दिन मैं दुल्हन बनी थी। मैंने भी सपने देखे थे, लेकिन कुछ भी पूरा नहीं हुआ था। मुझमें भी फीलिंग्स हैं, लेकिन मैं ये किसके साथ शेयर करूं’।Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: हर्ष बिरला ने अक्षरा पर लगाए घिनौने इल्जाम, अभिरा की शादी में आएगी नई मुश्किल
वहीं दूसरी तरफ अक्षरा को देख हर्ष को गुस्सा आ जाता है। वो अक्षरा को काफी बुरा भला सुनाने लगता है। तभी अक्षू, हर्ष से पूछती है ‘आप मुझसे इतनी नफरत क्यों करते हैं’। जिसका जवाब देते हुए हर्ष बिरला कहते हैं ‘तुम्हारी वजह से मेरे बेटे ने अपनी शादी से मुझे अनइनवाइट कर दिया। फिर मैं तुमसे नफरत न करूं तो क्या तुम्हारी आरती उतारूं’।तभी अक्षरा, हर्ष बिरला की बातें सुन अभिमन्यु के पास जाती है, उससे इस बारे में पूछती है। अक्षरा, अभिमन्यु से कहती है ‘तुम ऐसा कैसे कर सकते हो। अंकल का आशीर्वाद हमारे साथ नहीं...
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
हर्ष बिरला ने अक्षरा पर लगाए घिनौने इल्जाम, अभिरा की शादी में आएगी नई मुश्किल‘ये रिश्ता क्या कहलाता है’ के अगले एपिसोड में जबरदस्त ट्विस्ट आने वाले हैं। इस एपिसोड में अभि को बड़े पापा शादी का शगुन देते नजर आने वाले हैं।
और पढो »
यूक्रेन में गोलीबारी में घायल हरजोत को है भारतीय दूतावास से शिकायत - BBC Hindiहरजोत का कहना है कि उन पर गोलियाँ चली थी और वे इस समय कीएव के एक अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं.
और पढो »
पहला नहीं है 'ऑपरेशन गंगा', विदेशी जमीन पर ये बड़े रेस्क्यू मिशन चला चुका है भारतयुद्ध क्षेत्र (War Zone) में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लॉन्च किए गए मिशन का नाम 'ऑपरेशन गंगा' दिया गया है. भारत पहले भी ऐसे कई ऑपरेशन चला चुका है और अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित वापस ले आता है.
और पढो »
कांटा भारत को चुभता है तो दर्द रूस को होता है, ये दोस्ती नहीं टूटेगीनई दिल्ली : सोवियत संघ के आखिरी शासक मिखाइल गोर्बाचेव मॉस्को से सटे कलचुगा में मुस्कुरा रहे होंगे जहां उनका घर है। संघ के विघटन तक भारत के साथ दोस्ती का हाथ मजबूती से थामे रहे गोर्बाचेव दो मार्च को 92 साल के हो गए। मुस्कुराना लाजिमी है क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनिया की तस्वीर बदल दी है। भारत की तटस्थता को रूस का साथ माना जा रहा है। गोर्बाचेव सोच रहे होंगे इतिहास दोहराया जा रहा है। ख्रुश्चेव, ब्रेझनेव से लेकर गोर्बाचेव तक सोवियत संघ के सारे नेताओं ने भारत का हाथ मजबूत किया। सोवित संघ के विघटन के बाद भले ही औपचारिक तौर पर शीत युद्ध खत्म माना गया लेकिन उसके खिलाफ बना उत्तर अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो कभी खत्म नहीं हुआ। अमेरिका की शह पर मजबूत होता रहा और यूक्रेन के सहारे रूस की चौखट तक पहुंच गया। हालांकि पिछले तीन दशकों में रणनीतिक-कूटनैतिक बदलावों ने सारे समीकरण ध्वस्त कर दिए थे। रूस से दोस्ती जारी रखते हुए भारत अब अमेरिका के बहुत करीब आ चुका। चीन पर दोनों देशों की एक राय है। उधर रूस और चीन साथ आ गए हैं। पहले अमेरिका और अब चीन की शह पर पाकिस्तान इतरा रहा है। लेकिन यूक्रेन युद्ध ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि संयुक्त राष्ट्र में भारत, पाकिस्तान और चीन की नीति समान हो गई। तीनों देशों ने रूस के खिलाफ वोट करने से इनकार कर दिया। जंग के आठ दिनों में व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार बात कर चुके हैं। अब यूक्रेन में फसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित गलियारा देने में रूसी सेना मदद करेगी।
और पढो »