दो हवाई जहाज दुर्घटनाओं में शोक की लहर फैलाती हैं। कजाकिस्तान और साउथ कोरिया में हुई दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान गई। सभी सुरक्षित रहने के लिए क्या करना चाहिए?
साउथ कोरिया प्लेन क्रैश में जीवित बचे लोग कहां बैठे थे; सबसे सुरक्षित सीट पर वो सब कुछ जो जानना जरूरी1. 25 दिसंबर को कजाकिस्तान के अक्ताउ शहर के पास अजरबैजान एयरलाइंस की फ्लाइट J2-8243 क्रैश हुई। उसमें सवार 67 लोगों में से 38 की मौत हो गई जबकि 29 लोग जीवित बच गए।2.
ब्रिटिश पत्रकार मैक्स फोस्टर ने अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि हादसे के समय प्लेन में आगे वाली सीटों पर बैठने से जान बचने के चांस 49% ही रहते हैं, जो कि सबसे कम है। इसके बाद प्लेन की बीच वाली सीटों पर बैठने से आपके बचने के चांस 59% और पीछे वाली सीट पर बैठने से बचने के चांस 69% तक होते हैं। इन आकड़ों से भी ये क्लियर हो जाता है कि प्लेन में पीछे बैठना ज्यादा सुरक्षित...
हालांकि अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन के मुताबिक प्लेन की कोई भी सीटें एक दूसरे से ज्यादा सुरक्षित नहीं होतीं। ये सब हादसे की परिस्थिति और प्रभाव से तय होता है।नहीं। दरअसल, प्लेन में सीटों की कीमतें 2 फैक्टर्स पर निर्भर होती हैं...
ये तो हुई कोच की बात। सीट को लेकर भी लैरी मान का कहना है कि किसी भी कोच में सबसे ज्यादा सुरक्षित सीट उसके बीच की होती है। यानी अगर एक कोच में 72 सीटें हैं, तो सबसे सुरक्षित सीट 32 से 35 के बीच होंगी। उदाहरण से समझिए- एक बस में कुल 9 रो यानी पंक्तियां हैं, तो 5 नंबर की रो वाली सीटें सबसे ज्यादा सुरक्षित होंगी। हालांकि ये सीट तभी सुरक्षित है जब बस की आगे या पीछे से टक्कर हुई हो।
HAVAYAJAH DURGHATNA SIRKHE KAPAL SALAMAT
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