हेलेन की दर्दनाक यात्रा: बर्मा से भारत आने का सफ़र

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हेलेन की दर्दनाक यात्रा: बर्मा से भारत आने का सफ़र
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हेलेन अपनी जन्म और बचपन की कहानियों को लेकर कई बार खुलकर बात कर चुकी हैं. उनका जन्म रंगून, बर्मा में एक एंग्लो-इंडियन पिता और बर्मी मां के घर हुआ था. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उनके पिता की मृत्यु हो गई. इसके बाद परिवार बर्मा के जापानी कब्जे से बचने के लिए असम के डिब्रूगढ़ भाग गया.

नई दिल्ली. हेलेन अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रह चुकी हैं. उन्होंने 1000 से अधिक फिल्म ों में काम किया है. 70 साल के करियर में, हेलेन को दो फिल्म फेयर पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्हें अक्सर अपने समय की सबसे बेहतरीन डांसर के रूप में याद किया जाता है. 2009 में हेलेन को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया था. आज हम आपको हेलेन से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिससे आप भी अनजान होंगे. दरअसल, हेलेन कई बार अपनी जिंदगी के बारे में बात कर चुकी हैं.

एक बार ‘द कपिल शर्मा शो’ पर भी उन्होंने अपनी दर्दभरी दास्तां को बयां किया था. हेलेन का पूरा नाम हेलेन एन रिचर्डसन है, जिनका जन्म 21 नवंबर 1938 को रंगून, बर्मा में एक एंग्लो-इंडियन पिता और बर्मी मां के घर हुआ था. उनके पिता का नाम जॉर्ज डेस्मियर और उनकी मां का नाम मार्लीन था. उनके पिता की मृत्यु द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हुई थी. उसके बाद परिवार 1943 में बर्मा के जापानी कब्जे से बचने के लिए असम के डिब्रूगढ़ में चला गया. विकिपीडिया के अनुसार, हेलेन ने 1964 में अपने एक इंटरव्यू के दौरान फिल्मफेयर को बताया, ‘हमने बारी-बारी से जंगल और सैकड़ों गांवों से होते हुए लोगों की उदारता पर जीवित रहते हुए यात्रा की, क्योंकि हमारे पास पैसे नहीं थे.’ हेलेन ने आगे बताया था, ‘हमारे पास न तो खाने के लिए खाना था और न ही पहनने के लिए कपड़े. कभी-कभी, हम ब्रिटिश सैनिकों से मिलते थे जो हमें ट्रांसपोर्ट सेवाएं देते थे थे, हमें शरण देते थे और हमारे फफोलेदार पैरों और घायल शरीर का इलाज करते थे और हमें खाना भी खिलाते थे.’ उन्होंने आगे बताया था, ‘जब तक हम असम के डिब्रूगढ़ पहुंचे, तब तक हमारा समूह घटकर आधा रह गया था. कुछ बीमार पड़ गए थे और पीछे रह गए थे, कुछ भूख और बीमारी से मर गए थे. रास्ते में मेरी मां का गर्भपात हो गया था. बचे हुए लोगों को इलाज के लिए डिब्रूगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मां और मैं लगभग कंकाल बन गए थे और मेरे भाई की हालत गंभीर थी. हमने दो महीने अस्पताल में बिताए. जब ​​हम ठीक हो गए, तो हम कलकत्ता (अब कोलकाता) चले गए, और दुख की बात है कि मेरे भाई की चेचक के कारण वहां मृत्यु हो गई.’ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बर्मा से भारत आने में हेलेन को एक महीना का सफर तय करना पड़ा था

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हेलेन अभिनेत्री फिल्म भारत बर्मा दर्दनाक यात्रा

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